मसूरी : पहाड़ों की रानी मसूरी में लंबे अंतराल व प्रतीक्षा के बाद हिमदेव की सवारी आखिर उतर ही गई। मसूरी में प्रातः से रूक रूक कर बर्फबारी व बारिश होती रही लेकिन दोपहर बाद से लगातार भारी हिमपात हो रहा है, वाहन जहां के तहां फंस गये है। वहीं पर्यटक बर्फबारी का पूरा जमकर आनंद ले रहे है।
पहाड़ों की रानी मसूरी में लंबे इंतजार के बाद आखिर बर्फबारी हो ही गई। जबकि उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पहले से बर्फबारी हो रही लेकिन यहां नहीं हो रही थी जिससे पर्यटकों व स्थानीय नागरिकों के निराशा का भाव पैदा हो गया था। कई बार मौसम खराब होने पर पर्यटक आये लेकिन यहां से निराश होकर गये।
लेकिन हिमदेव ने पहाड़ वासियों सहित हिमदेव का दर्शन करने आने वाले पर्यटकों की निराशा को उत्साह व उल्लास में उस समय बदल दिया जब झमाझम बर्फबारी शुरू हो गई। पहले तो प्रातः छह बजे बजे बर्फबारी शुरू हुई व करीब दो इंच तक बर्फ लंढौर क्षेत्र में जम गई लेकिन बाकी कुलड़ी क्षेत्र में हल्का हिमपात हुआ और शीघ्र पिघल गया। उसके बाद बारिश शुरू हो गई व लोगों की तमन्ना एक बार फिर निराशा में बदलने लगी।
लेकिन दोपहर बाद जब पुनः बर्फबारी शुरू हुई तो रूकने का नाम नहीं ले रही और देखते ही देखते पूरी मसूरी को बर्फ की सफेद चादर ने ओड़ लिया और लगातार बर्फबारी जारी है। मसूरी के ऊंचाई वाले इलाकों में एक फीट तक बर्फ की चादर बिछ गयी । वहीं मालरोड क्षेत्र में तीन से चार इंच तक बर्फ पड़ चुकी है। पहाड़ों की रानी का मौसम रात से खराब था तथा रात भर बारिश होती रही व सुबह होते ही बर्फ पड़ने लगी। बर्फ देखने विभिन्न क्षेत्रों से आये पर्यटकों की खुशी देखते ही बनती है।
– हरीश कालरा