हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है। हालांकि, कड़ी प्रतिस्पर्धा के बीच कथित तौर पर कांग्रेस खरीद-फरोख्त को लेकर आशंकित है। कांग्रेस ने विधायकों को रोकने के लिए एआईसीसी सचिवों की ड्यूटी लगाई है। इसके साथ ही कांग्रेस अपने विधायकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में जुट गई है।
‘ऑपरेशन लोटस’ को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस
खबरों के मुताबिक, कांग्रेस को आशंका है कि बीजेपी उसके जीते हुए विधायकों की खरीद-फरोख्त कर सकती है, इसी आशंका और तथाकथित ‘ऑपरेशन लोटस’ को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश के विधायकों को राजस्थान भेजने की योजना बनाई है। सूत्रों के मुताबिक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
75 % मतदाताओं ने इस बार मताधिकार का किया प्रयोग
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा खुद स्थिति पर नजर रख रही हैं और प्रियंका के भी आज शिमला पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। आज चुनाव परिणाम आने के बाद तय होगा कि जनता फिर से भाजपा को मौका देगी या कांग्रेस को।
हिमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को वोट डाले गए थे। राज्य के 55 लाख मतदाताओं में से करीब 75 फीसदी मतदाताओं ने इस बार अपने मताधिकार का प्रयोग किया। हिमाचल प्रदेश में 68 सदस्यीय विधानसभा है। चुनाव में कुल 412 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनके भाग्य का फैसला आज होगा। कांग्रेस जहां अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है वहीं बीजेपी भी फिर से सरकार बनाने का दावा कर रही है।