भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर बंगाल दौरे के दूसरे दिन डायमंड हार्बर इलाके में पथराव हुआ। बुधवार को भी कुछ प्रदर्शनकारियों ने पार्टी कार्यालय के सामने खड़ी कारों पर चढ़कर नारेबाजी की। नड्डा की सुरक्षा में देखी गई इन गंभीर खामियों पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखा। पत्र को गंभीरता से लेते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है।
अपने पत्र में दिलीप घोष ने आरोप लगाया था कि 200 से अधिक लोगों की भीड़ लाठी और डंडों के साथ कोलकाता में बीजेपी कार्यालय के सामने मौजूद थी और काले झंडे दिखा रही थी। उन्होंने यह दावा भी किया था कि कुछ प्रदर्शनकारी पार्टी कार्यालय के सामने खड़ी कारों पर चढ़ गए और नारेबाजी की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए हस्तक्षेप नहीं किया।
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गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि मंत्रालय ने बीजेपी अध्यक्ष के दौरे के समय कथित ‘गंभीर सुरक्षा खामियों’ को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार से रिपोर्ट मांगी है। घोष ने पत्र में यह दावा भी किया था, ‘‘आज कोलकाता में उनके (नड्डा के) कार्यक्रमों के दौरान यह देखा गया कि सुरक्षा इंतजामों में गंभीर खामियां थीं। यह पुलिस विभाग की लापरवाही या फिर ढीले-ढाले रवैये के कारण था।’’
नड्डा पश्चिम बंगाल के दो दिनों के दौरे पर हैं। गुरुवार को डायमंड हार्बर इलाके में उनके काफिले पर पत्थर फेंके गए। पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। बंगाल में चुनावी चढ़ाई के साथ-साथ बीजेपी और टीएमसी के बीच की लड़ाई और तल्ख़ होती जा रही है ।