केरल में पिनरायी विजयन सरकार के एक प्रमुख परियोजनाओं में से एक ‘मिशन लाइफ’ को बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि हुडको परियोजना के लिए अनुदान देने में देरी कर रहा है। लाइफ (आजीविका समावेशिता और वित्तीय सशक्तीकरण) परियोजना को राज्य में सभी भूमिहीनों और बेघरों के लिए एक समग्र घर की योजना के तौर पर देखा जा रहा है। इसका लक्ष्य पांच वर्षो के समय में करीब 4.30 लाख बेघरों को सुरक्षित घर मुहैया कराना है।
राज्य सरकार ने इसके लिए केंद्रीय सरकार के स्वामित्व वाले हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉपोर्रेशन लिमिटेड(हुडको) से 80,000 घरों को पूरा करने के लिए 4,000 करोड़ रुपये का ऋण मांगा था। स्थानीय निकाय (वह विभाग जो परियोजना के क्रियान्वयन के लिए समन्वय का काम करता है) के मंत्री ए.सी. मोइदीन ने मीडिया से कहा कि हुडको अनुदान जारी करने के लिए नई शर्ते सामने रख रखा है। उन्होंने कहा, ‘हुडको 4,000 करोड़ के ऋण को पास करने के लिए अब केरल सरकार से 63 करोड़ रुपये के बकाये ऋण का भुगतान करने की मांग कर रही है।’
वित्तमंत्री थॉमस इसाक ने कहा कि 63 करोड़ रुपये के ऋण का भुगतान जल्द ही कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘एक अन्य मांग में, हुडको ने एक एस्क्रो खाता खोलने के लिए कहा है। इसकी जरूरत नहीं है, लेकिन अगर वे जोर डालेंगे, तो हम इसका भी पालन करेंगे।’ कुछ लाभुकों को हालांकि स्थानीय निकाय द्वारा किश्त का पहला चरण जारी कर दिया गया है, लेकिन अगस्त में आई बाढ़ की वजह से उनके फंड में कटौती की गई और हुडको की ओर से फंड जारी करने में देरी से घरों के निर्माण में देरी हुई।
मिशन लाइफ के समन्वयक चेरियन फिलिप हालांकि इस बाबत आशावादी दिखे और कहा कि चीजें आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा, ‘यह तकनीकी देरी है और हम निश्चिंत हैं कि सारे मुद्दे जल्द से जल्द सुलझा लिए जाएंगे और हुडको का ऋण जल्द ही पास हो जाएगा।’ हुडको 4,000 करोड़ रुपये का ऋण कितों में देगा, जिसमें पहली किश्त करीब 360 करोड़ रुपये की होगी।