देहरादून : चार दिन पहले कांग्रेस महासचिव के पद से इस्तीफा देने के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने रविवार को सक्रिय राजनीति छोड़ने का संकेत देते हुए कहा कि वह अपनी पारी खेल चुके हैं और अब अपने परिवार तथा मित्रों के साथ समय बिताना चाहते हैं। गत तीन जुलाई को कांग्रेस महासचिव पद से इस्तीफा देने के अपने फैसले को सोशल मीडिया के जरिये साझा करने वाले उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने इसकी वजह हाल में लोकसभा चुनावों में असम में पार्टी को मिली करारी हार बतायी। रावत असम में पार्टी मामलों के प्रभारी थे।
अपने ट्वीट में रावत ने लिखा था, “मैंने अपनी कमजोरी महसूस की है और महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है।’’ लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद से रावत देश तथा प्रदेश में जगह-जगह भ्रमण कर रहे हैं। इस संबंध में पूछे जाने पर रावत ने कहा कि इसके जरिये वह यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि कांग्रेस की दृष्टि से लोकसभा चुनावों में आखिर क्या गलत हो गया।
उन्होंने कहा कि एक नेता में अपने कार्यकर्ताओं के लिये प्रेरणादायी गुण होने चाहिए और राहुल गांधी में ये गुण हैं। उन्होंने कहा कि उनका विश्वास है कि अगर राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष बने रहे तो 2022 में कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों में स्थिति बदली जा सकती है।