मध्य प्रदेश इंदौर के प्रमुख अस्पताल इंडेक्स मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेन्टर को आयुष्मान योजना के तहत मरीजों के उपचार की सुविधा छीन ली गई है। अब यहां आयुष्मान योजना के मरीजों का इलाज नहीं होगा। आयुष्मान योजना में किए एमओयू का पालन नहीं करने और योजना का अनुचित लाभ प्राप्त करने के लिए अनियमितता बरतने पर इंडेक्स मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेन्टर, इंदौर को योजना से निलंबित कर दिया गया है। हॉस्पिटल अब आयुष्मान योजना में उपचार नहीं कर सकेगा।
ऑडिट दल ने हॉस्पिटल का किया था निरीक्षण
बताया गया है कि राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के ऑडिट दल ने मार्च के पहले सप्ताह में इंडेक्स हॉस्पिटल का निरीक्षण किया था। ऑडिट दल को हॉस्पिटल में गंभीर अनियमिताएं मिली। हॉस्पिटल में एमओयू का पालन किया जाना नहीं पाया गया। साथ ही योजना का अनुचित लाभ प्राप्त करने के लिये अनेक गड़बड़ियां भी की गई।
जांच के दौरान मिलें अनियमितताओं होने के सबूत
ऑडिट टीम को मिली अनियमितताओं में ऑनलाइन पोर्टल के अनुसार हॉस्पिटल में लगभग 500 मरीज पंजीकृत थे, जबकि मौके पर केवल 76 मरीज ही पाये गये। शेष मरीज के संबंध में हॉस्पिटल प्रशासन द्वारा कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया। ऑडिट टीम को हॉस्पिटल में अनावश्यक रूप से ऐसे मरीज गहन चिकित्सा इकाई में उपचाररत पाये गये, जिनको भर्ती करने और गहन चिकित्सा की आवश्यकता ही नहीं थी। अनावश्यक रूप से मरीजों को अधिक समय तक भर्ती रखना भी पाया गया। सामान्य बीमारी के मरीजों को भी भर्ती करना पाया गया।
निशुल्क इलाज के हॉस्पिटल मरीजों से वसूल रहा था पैसे
हॉस्पिटल ने योजना का अनुचित वित्तीय लाभ लेने के लिये एक मरीज के कार्ड पर अन्य कई मरीज का उपचार भी किया। हॉस्पिटल में जो चिकित्सा उपचार सामग्री और जांच आदि को नि:शुल्क उपलब्ध कराना अनिवार्य था, उसके लिये मरीजों से राशि व्यय करवाई गई। हॉस्पिटल प्रशासन ने ऑडिट टीम के साथ असहयोग किया और दस्तावेज मांगे जाने पर उपलब्ध नहीं कराये। साथ ही ऑडिट टीम के समक्ष भीड़ का माहौल भी बनाया गया।