अल्मोड़ा : पर्वतीय क्षेत्रों में पलायन को रोकने के लिए औद्योगिक ग्रोथ सेन्टर खोलने पर शासन द्वारा प्राथमिकता दी गयी है। यह बात जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने शिविर कार्यालय में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक के दौरान कही। उन्होंने कहा कि यह ग्रोथ सेन्टर न्याय पंचायत क्षेत्र के आसपास विकसित किये जायेंगे। इन सेन्टरों में कुटीर उद्योग को बढ़ावा दिया जायेगा। उत्तराखण्ड के पर्वतीय क्षेत्रों में आर्गेनिक वूल, मसाले, मशरूम, पिरूल उत्पाद से सम्बन्धित सेन्टर खोले जायेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि स्थानीय फल व अन्य प्राकृतिक उत्पाद से जुड़े उद्योगो को बढ़ावा दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों को प्रभावी बनाने के साथ-साथ ग्रोथ सेन्टर में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। इन स्वयं सहायता समूहों में मूलभूत सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए होम स्टे योजना को विशेष बल दिया जा रहा है इसके तहत जनपद में यह कार्यक्रम प्राथमिकता के आधार पर चलाया जा रहा है। उद्योग विभाग द्वारा छोटी-छोटी इकाईया स्थापित करने के उददेश्य से विगत माहों में यहां पर इन्वेस्ट समिट का आयोजन किया गया था जिसके अच्छे परिणाम दृष्टिगोचर हुए।
जिलाधिकारी ने कहा कि उद्योग विभाग द्वारा जो भी इकाईया लगायी गयी है उनमें उत्पादित माल में जनपद का ट्रेडमार्क अवश्य हो ताकि उसके विपणन की व्यवस्था सही ढ़ग से हो सके इसके लिए उद्योग विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि वे अपने निरीक्षण के दौरान यह सुनिश्चित कर लें कि जिन इकाईयों द्वारा इसका अनुपालन नहीं किया जा रहा है उन्हें चिन्हित कर लें ताकि समय-समय पर समीक्षा के दौरान उन्हें सचेत किया जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे है।
उन्होंने कहा कि मशरूम उद्योग स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाय साथ ही मशरूम उत्पादन हेतु प्रशिक्षण दिये जाने का प्राविधान भी सम्मलित किया जाय। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मनुज गोयल ने जिलाधिकारी को आश्वस्त किया कि सभी न्याय पंचायतों में ग्रोथ सेन्टर खोलने के लिए आधारभूत सुविधायें मुहैया कराकर महिला स्वयं सहायता समूहों को उद्य़ोग लगाने हेतु प्रोत्साहित किया जायेगा। इस अवसर पर महाप्रबन्धक उद्योग डॉ दीपक मुरारी ने ग्रोथ सेन्टरों के अनेक प्रस्तावों के बारे में विस्तृत जानकारी जिलाधिकारी को दी।
मुख्य कृषि अधिकारी प्रियंका सिंह एवं मुख्य उद्यान अधिकारी टीएन पाण्डे ने इस अवसर पर अपने विभाग से सम्बन्धित योजनायें जो ग्रोथ सेन्टरों में संचालित की जा सकती है उसके बारे में विस्तृत रूप से बताया। बैठक में परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास नरेश कुमार, जिला विकास अधिकारी केके पंत, जिला पर्यटन विकास अधिकारी राहुल चौबे, परियोजना प्रबन्धक कैलाश भट्ट, परियोजना प्रबन्धक ग्राम्या एसके उपाध्याय सहित ग्रामोद्योग, लोनिवि, सहकारिता से जुड़े अधिकारी उपस्थित थे।