नयी दिल्ली : बीमा कंपनियों का अनुमान है कि बाढ़ प्रभावित केरल में बीमा दावों के 1,000 करोड़ रुपये से ऊपर जा सकते हैं। सरकार ने केरल की बाढ़ को ‘गंभीर प्राकृतिक आपदा’ घोषित किया है। एक बीमा कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दावों का आकलन केरल में स्थिति के सामान्य होने पर किया जाएगा। दावों के प्राप्त होने पर चार-पांच दिन में सबकुछ साफ हो जाएगा। अधिकारी ने कहा कि प्राथमिक आधार पर हमारा आकलन है कि कार, गृह और उद्योग से जुड़े साधारण बीमा दावे 1,000 करोड़ रुपये से भी अधिक होंगे। केंद्र सरकार ने कल राज्य को भेजी जाने वाली राहत सामग्री को सीमाशुल्क और अंतरराज्यीय कर से छूट प्रदान कर दी थी। ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक ए.वी. गिरजाकुमार ने कहा कि अभी से दावों का अनुमान लगाना बहुत जल्दबाजी होगी। हालात बेहतर होने पर अगले चार-पांच दिन में स्थिति और साफ हो जाएगी।
नेशनल इंश्योरेंस, न्यू इंडिया एश्योरेंस, ओरिएंटल इंश्योरेंस और युनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस जैसी सार्वजनिक क्षेत्र की साधारण बीमा कंपनियों ने बाढ़ प्रभावित केरल में दावों के तेजी से निपटान के प्रबंध किए हैं। गिरजाकुमार ने कहा कि कंपनियों की अपनी एक प्रणाली है और वह बीमा दावा फॉर्म को और आसान बना रही हैं। उन्होंने कहा कि 22 अगस्त को बीमा कंपनियों के तकनीकी विभागों के प्रमुख और महाप्रबंधकों की बैठक है। यह मौजूदा दिशानिर्देशों के तहत होगी और केरल की बाढ़ के संदर्भ में सभी उपयुक्त प्रबंध करेंगे। दावा निपटान प्रक्रिया की निगरानी क्षेत्रीय स्तर पर की जाएगी। भारतीय जीवन बीमा निगम ने कहा कि वह सहयोगी बैंकों के साथ काम कर रही है ताकि प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत आने वाले बीमित व्यक्तियों के दावों का तेजी से निपटान किया जा सके।