भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष की मान्यता दिए जाने समेत अन्य मांगों को लेकर शुक्रवार को भाजपा सदस्य विधानसभा के बीच में धरने पर बैठ गए। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पूर्व भाजपा विधायकों ने श्री मरांडी को नेता प्रतिपक्ष की मान्यता दिए जाने और झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) की छठी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर सदन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
इसके बाद सभा की कार्यवाही शुरू होते ही मांडू से भाजपा के विधायक जे. पी. पटेल ने कहा कि जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन विपक्ष के नेता थे तब उन्होंने जेपीएससी की छठी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा रद्द किए जाने की मांग की थी लेकिन सत्ता में आते ही उन्होंने इस दिशा में कोई आवश्यक कदम नहीं उठाया है जबकि परीक्षा परिणाम के विरोध में सैकड़ अभ्यर्थी धरने पर बैठे हैं। उन्होंने जेपीएससी की छठी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा को रद्द किए जाने की मांग की।
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इस बीच भाजपा के सदस्य श्री बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष की मान्यता देने की मांग करते हुए सदन के बीच में आ गए और सरकार के खिलाफ नारे लगाने लगे। सभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने विपक्षी सदस्यों से सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने देने का आग्रह करते हुए कहा कि होली की छुट्टी से पहले यह सदन की कार्यवाही का आखिरी दिन है इसलिए सदस्य अपनी-अपनी सीट पर जाकर बैठ जाएं और कार्यवाही चलने दें।
इस पर भाजपा के विधायकों ने इसे जनहित का मुद्दा बताते हुए कहा कि इससे कोई समझौता नहीं किया जाएगा। इसके बाद भाजपा के सदस्य सदन के बीच में ही धरने पर बैठ गए और नारे लगाने लगे।