बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भोजपुर जिले के बिहिया में एक महिला को निर्वस्त्र कर पूरे बाजार में घुमाने की घटना को राज्य सरकार की बड़ी विफलता करार देते हुए प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार के लिए यह घटना बहुत ही शर्मनाक है। यह दर्शाता है कि बिहार में कानून का राज खत्म हो गया है। कोई भी अपराधी चाहे कुछ भी कर सकता है और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है।
उन्होंने कहा कि बिहार में कानून का राज खत्म हो गया है। ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तत्काल अपने पद से इस्तीफा देना चाहिये। हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के संयोजक ने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह जिले नालंदा में कुछ दिन पूर्व एक महिला को जिंदा जलाया गया लेकिन नीतीश कुमार कहते हैं कि कानून अपना काम करेगा। इस तरह की बातों से स्पष्ट हो गया है कि उनके लिए अब कुछ भी बाकी नहीं रह गया है। यह बिहार को कलंकित कर देने वाली घटनाएं हैं।
PM और राष्ट्रपति से मांझी ने की बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग
उन्होंने कहा कि मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए वह मांग करते हैं कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाना चाहिए। मांझी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से बिहार सरकार को तत्काल बर्खास्त कर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि एक द्रौपदी के कारण महाभारत हो गया था। आज हजारों बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं लगातार हो रही है। दलित महिलाओं को निर्वस्त्र कर पिटाई की जा रही है और मुख्यमंत्री केवल सुशासन का ढिंढोरा पीटने में व्यस्त हैं। हम नेता ने मुख्यमंत्री पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि सत्ता में बने रहने के लिए नीतीश कुमार कुछ भी कर सकते हैं।
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उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि बिहार में कानून व्यवस्था का क्या हाल है, यह किसी से छुपा नहीं है। इससे ज्यादा और क्या हो सकता है। बिहार में ‘फ्री फॉल ऑल’ हो गया है। कोई कुछ भी कर सकता है। बिहार में विधि व्यवस्था पूरी तरह से खत्म ही गई हैं। इससे पूर्व जीतन राम मांझी गांधी मैदान में दशरथ मांझी विचार मंच के बैनर तले आयोजित मोटरसाइकिल रैली में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।
उन्होंने झंडी दिखाकर मोटरसाइकिल रैली को रवाना किया। पर्वत पुरुष के नाम विख्यात दशरथ मांझी की पुण्यतिथि के मौके पर गया के गांधी मैदान से लेकर गेहलौर घाटी तक इस रैली का आयोजन किया गया था। उन्होंने दशरथ मांझी को भारत रत्न देने की मांग की।