मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर कोरोना से मरने वालों के आंकड़े छुपाने का आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया है कि राज्य में मार्च-अप्रैल महीने में कुल 1,27,503 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 1,02,002 है। जबकि, प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुरुवार को जारी बुलेटिन के अनुसार राज्य में अब तक कोरोना से मरने वालों की संख्या मात्र 7,315 है।
ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कमलनाथ ने चुनौती देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इसका खंडन करें कि इस साल मार्च-अप्रैल में 1,27,503 शव राज्य के श्मशान घाटों एवं कब्रिस्तानों में नहीं आए हैं। वहीं, मध्य प्रदेश सरकार ने कमलनाथ के इस दावे को भ्रम फैलाने वाला और झूठ करार दिया है।
विश्व में कोरोना का पर्याय बन गए भारतीय
कमलनाथ ने कहा, ‘‘विश्व में भारतीय कोरोना का पर्याय बन गए हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कहा कि वे भारतीय कोरोना से डर रहे हैं।’’ उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘मेरा भारत महान छोडिए, मेरा भारत कोविड बन गया। कोविड-19 से होने वाली मौतों के बनावटी आंकड़े पेश कर हम पूरे विश्व को धोखा दे रहे हैं।’’
ब्लैक फंगस के बाद व्हाइट फंगस की राजधानी बनने जा रहा है भारत
देश में तेजी से बढ़ रहे ब्लैक फंगस का जिक्र करते हुए कमलनाथ ने कहा, ‘‘ब्लैक फंगस के मामले में भारत दुनिया की राजधानी बन गया है। और अब हम अब हम व्हाइट फंगस की राजधानी बनने जा रहे हैं।’’ कमलनाथ ने मध्य प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया, ‘‘वह मौतों का आंकड़ा छिपा रही है।’’
कोविड-19 से 80 प्रतिशत लोगों की मौत
पूर्व सीएम ने कहा, ‘‘मैंने मुख्यमंत्री शिवराज से व्यक्तिगत रूप से कहा है कि मुझे मरने वालों के आंकड़े दो। आप कोविड-19 से मौत किसे मानते हो? आप लाशें गिन लो। इसमें एक दिन लगता है।’’ अपने दावे के समर्थन में उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल पहले कितने लोग मरते थे और आज कितने मर रहे हैं। इसी के औसत से पता चल जाएगा की प्रदेश में कितने लोग कोरोना से मरे हैं।
कमलनाथ ने कहा, ‘‘पिछले दो महीनों में मध्य प्रदेश के 26 जिलों में हुई मौतों के बारे में अखबारों में छपा है। बाकी (26 जिलों के) के आंकड़े मैंने निकाले हैं कि कितनी लाशें गांव, पंचायत, कस्बों एवं शहरों के श्मशान घाटों एवं कब्रिस्तानों में पहुंची हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं लाशें गिन रहा हूं। 80 प्रतिशत लोग कोविड-19 से मर रहे हैं।’’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘कमलनाथ ने कहा, ‘‘पिछले 10 दिन में प्रदेश के लिंघा गांव में 15 लोग मर गये। लेकिन कलेक्टर कह रहा है कि इस गांव में केवल दो लोग ही मरे। ये तो मैं अपने आंख एवं कानों से सुनकर आ रहा हूं। यही हालत मध्य प्रदेश के सारे गांवों में है।’’ उन्होंने राज्य में महामारी से मरने वालों के लिए अनुग्रह राशि एक लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये करने की मांग की।
BJP ने कमलनाथ पर लगाया भ्रम फैलाने का आरोप
कांग्रेस नेता के बयान पर टिप्पणी करते हुए मध्य प्रदेश के गृह मंत्री एवं सरकारी प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ‘‘भारत के लिए अपमानजनक शब्द सुनकर स्तब्ध और दुखी हुआ हूं। तय मानिये कि कमलनाथ के टूल किट से तार जुडे हुए हैं।’’ नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ‘‘कमलनाथ आज बिना प्रमाण के कह दिया कि पिछले दो महीनों में 1,02,002 लोग मध्य प्रदेश में कोरोना से मरे। एक संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति भ्रम फैलाये, झूठ बोले और लगातार झूठ पर झूठ बोले, यह चिंता की भी बात है और निंदा की भी बात है। उनके पास आंकड़े हैं तो प्रमाण के साथ रखें।’’
उन्होंने कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा, ‘‘मैं मानता हूं कि 1984 के दंगों के बाद जो सिखों की लाशें उन्होंने (कमलनाथ) गिनवाई थी, उसके बाद से उन्हें लाशें गिनने की आदत हो गई है। और उन्होंने कोरोना से मरे लाशें गिनवाई हैं तो उन्हें प्रमाण के साथ मीडिया के सामने रखना चाहिए। सिर्फ बात नहीं करना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कमलनाथ बिना प्रमाण के आरोप लगा रहे हैं। कमलनाथ प्रमाण दें या फिर इस्तीफा दें। मैं राज्यपाल महोदया से मांग करता हूँ कि इस मामले में उन पर 188 के तहत मामला दर्ज करें।’’ नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ‘‘अगर आप (कमलनाथ) प्रमाण रखोगे तो मैं इस्तीफा दूंगा।’’