कर्नाटक के मैसूर में 72 नर्सिंग स्टूडेंट कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। एक साथ इतने सारे मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। 72स्टूडेंट्स के पॉजिटिव पाए जाने के बाद मैसूर जिले में हाई अलर्ट जारी किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि शहर में केरल के 72 नर्सिंग स्टूडेंट्स के कोविड -19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद मैसूर जिले में हाई अलर्ट जारी किया गया है। उपायुक्त बगदी गौतम ने मामलों का जल्द पता लगाने और वायरस के प्रसार को रोकने के लिए मैसूर में 5,000 कोविड परीक्षण करने का आदेश दिया है।
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कावेरी नर्सिंग हॉस्टल के लगभग 43 स्टूडेंट्स और सेंट जोसेफ कॉलेज के 29 स्टूडेंट्स कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए, जिससे लोगों और स्वास्थ्य अधिकारियों में दहशत फैल गई। अधिकारियों के अनुसार, जिला प्रशासन ने केरल से मैसूर के एंट्री पॉइंट पर सख्त कदम उठाए हैं। यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट कि नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी गई है।
मैसूर को कोविड की दोनों लहरों के दौरान भारी नुकसान हुआ था और लंबे समय तक राज्य में दूसरे स्थान पर सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए थे। जल्द ही संक्रमण पर काबू पाने का विश्वास व्यक्त करते हुए जिला प्रभारी मंत्री एस.टी. सोमशेखर ने कहा कि मैसूर के साथ-साथ चामराजनगर जिलों में भी सभी आवश्यक सावधानियां बरती जा रही हैं।
इस बीच, दो दक्षिण अफ्रीकी नागरिकों के नमूनों में डेल्टा वायरस के लिए नेगेटिव टेस्ट के बाद बल्लारी से राहत मिली है। नमूने एकत्र किए गए और नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के डर से परीक्षण के लिए भेजे गए। स्वास्थ्य अधिकारी डॉ भास्कर ने पुष्टि करके कहा कि परीक्षण नकारात्मक है और उनके संपर्क में आने वाले परिवार के सदस्यों को लक्षणों के लिए आइसोलेशन में रखा गया है।