प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर कर्नाटक कांग्रेस के एक ट्वीट पर बवाल खड़ा हो गया है। ट्वीट में देश के प्रधानमंत्री “अंगूठा छाप” बता गया। जब इसपर विवाद बढ़ा तो कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने सफाई देते हुए ट्वीट को एक नौसिखिए की गलती बता दिया।
डीके शिवकुमार ने ट्विटर पर माफी मांगते हुए कहा कि ये एक ‘नौसिखिए’ की गलती थी। उन्होंने लिखा, ‘मेरा हमेशा से मानना है कि राजनीतिक चर्चा में नागरिक और संसदीय भाषा होना जरूरी है। कर्नाटक कांग्रेस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल के जरिए एक नौसिखिए सोशल मीडिया मैनेजर की ओर से किया गया असभ्य ट्वीट खेदजनक है और उसे हटा लिया गया है।’
I have always believed that civil and parliamentary language is a non-negotiable pre-requisite for political discourse. An uncivil tweet made by a novice social media manager through the Karnataka Congress official Twitter handle is regretted and stands withdrawn.
— DK Shivakumar (@DKShivakumar) October 18, 2021
दरअसल, कर्नाटक कांग्रेस ने कन्नड़ भाषा में किए ट्वीट में लिखा, ‘कांग्रेस ने स्कूल बनवाए। मोदी ने पढ़ाई नहीं की। वयस्कों की शिक्षा के लिए योजना लेकर आए, तब भी उन्होंने पढ़ाई नहीं की। भीख मांगने पर रोक है, लेकिन भीख मांगकर आसान जीवन जाने वाले लोगों को भिखारी बना रहे हैं। देश ‘अंगूठा छाप मोदी’ की वजह से भुगत रहा है।’
ट्वीट सामने आते ही कर्नाटक बीजेपी ने कहा, ‘इतना नीचे सिर्फ कांग्रेस ही गिर सकती है।’ वहीं, कर्नाटक कांग्रेस की प्रवक्ता लावन्या बल्लाल ने माना की उस ट्वीट का लहजा सही नहीं था। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि इस ट्वीट को वापस लेने या माफी मांगने का कोई कारण नहीं दिखता।