तमिलनाडु के नीलिगिरि जिले में हुए हेलीकॉप्टर हादसे पर जश्न मनाने वालों के खिलाफ कर्नाटक के ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री के.एस. ईश्वरप्पा ने केंद्र सरकार से सोशल मीडिया पर प्रसारित नफरत भरे पोस्ट के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने का आग्रह किया है। शुक्रवार शाम ईश्वरप्पा ने दावा किया कि, ऐसे समय में जब पूरी दुनिया सैनिकों के निधन पर शोक व्यक्त कर रही है, तो वहीं कुछ मानसिक बीमारी से प्रताड़ित लोग इस दुखद घटना का जश्न मना रहे हैं, जो सैनिकों और सशस्त्र बलों का नेतृत्व करने वाले एक महान नेता का अपमान है। उन्होंने कहा, इसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। गौरतलब है कि, गुरुवार को हुए इस दर्दनाक हादसे में देश के सीडीएस जनरल रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी।
देश के लोग करें नफरत की निंदा
पंचायत राज मंत्री ने कहा, इस देश के नागरिक उन उपद्रवियों को कभी माफ नहीं करेंगे जो जश्न मना रहे हैं। इस देश के लोगों का कर्तव्य है कि वे इसकी निंदा करें। नफरत भरे संदेश पोस्ट करने वाले उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की सराहना करते हुए, ईश्वरप्पा ने केंद्र सरकार से इन तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू करने का भी आग्रह किया। बसवराज बोम्मई ने पहले घोषणा की थी कि उन्होंने पुलिस प्रमुख को उन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है जिन्होंने सीडीएस जनरल रावत की मौत के बारे में अपमानजनक, जश्न मनाने वाले संदेश ट्वीट किए हैं।
कैप्टन वरुण सिंह से मिले सीएम बोम्मई
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को कहा था कि, हर भारतीय को देश की रक्षा के लिए सशस्त्र बलों का नेतृत्व करने वाले व्यक्ति के खिलाफ इस कृत्य की कड़ी निंदा करनी चाहिए। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। उन्हें दंडित किया जाना चाहिए। इस तरह के अपमानजनक ट्वीट पोस्ट करने वाले दोषियों का पता लगाया जाएगा और उनपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बोम्मई ने कहा, मैं बेंगलुरु के कमांड अस्पताल में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जीवित बचे कैप्टन वरुण सिंह से मिला। उन्हें विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा सबसे अच्छा इलाज मिल रहा है। मैं उनके जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।