कर्नाटक के राजस्व मंत्री आर अशोक ने कहा कि राज्य सरकार पाबंदियों में ढील देकर चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन को खोलने पर विचार कर रही है, बशर्ते बेंगलुरू में कोविड-19 के एक दिन में 1,000 से कम मामले आएं। अशोक ने चिकबल्लपुर में पत्रकारों से कहा, ‘‘ मैंने मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को चरणबद्ध तरीके से एक के बाद एक क्षेत्र को खोल लॉकडाउन खत्म करने को लेकर अपने विचार बता दिए हैं।’’
राज्य में 10 मई से लगे लॉकडाउन के सात जून को खत्म होने के सवाल पर अशोक ने कहा कि कई क्षेत्रों से चरणबद्ध तरीके से पाबंदियां हटाने का अनुरोध मिला है। उन्होंने साथ ही आगाह किया कि अगर संक्रमण के मामले कम नहीं हुए तो लॉकडाउन जारी रहेगा। मंत्री ने कहा, ‘‘ पाबंदियों में संक्रमण के मामले कम होने पर ही ढील दी जाएगी। उदाहरण के लिए दिल्ली में अब एक दिन में करीब 1000 नए मामले सामने आ रहे हैं। बेंगलुरू में मामले एक हजार और कर्नाटक में दो से तीन हजार के बीच नए मामले सामने आने चाहिए। तभी सरकार लॉकडाउन में ढील देने पर विचार करेगी।’’
मंत्री के अनुसार, लॉकडाउन से संक्रमण को फैलने से रोकने और उससे होने वाली मौत के मामलों को कम करने में मदद मिली है। अशोक ने साथ ही कहा कि सरकार को अभी तकनीकी सलाहकार समिति (टीएसी) की रिपोर्ट नहीं मिली है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के छह जून को मंत्रियों, अधिकारियों और टीएसी के सदस्यों के साथ बैठक करने के बाद ही चीजें स्पष्ट हो पाएंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘ जो भी लोगों के हित में होगा, हम वही फैसला लेंगे।’’ इस बीच, बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका मुख्य आयुक्त गौरव गुप्ता ने भी कहा कि चरणबद्ध तरीके से पाबंदियों में ढील देने पर विचार किया जा रहा है।
कर्नाटक में मौजूदा लॉकडाउन सात जून तक लागू है। कर्नाटक में पिछले सप्ताह संक्रमण से रोजाना 600 से अधिक लोगों की मौत हो रही थी और संक्रमण के 50 हजार से अधिक नए मामले सामने आ रहे थे। हालांकि रविवार को इसमें गिरावट आई और संक्रमण के 20,378 नए मामले सामने आए और इससे 382 लोगों की मौत हुई। राज्य में रविवार तक करीब 3.42 लाख लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा था।