अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर गौरीकुंड पहुंची केदारनाथ पंचमुखी डोली, यमुनोत्री धाम के खुले कपाट - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर गौरीकुंड पहुंची केदारनाथ पंचमुखी डोली, यमुनोत्री धाम के खुले कपाट

अक्षय तृतीया के अवसर यमुनोत्री धाम के कपाट शुक्रवार को खोल दिए गए। अभिजीत मुहुर्त 12 बजकर 15 मिनट पर धाम के कपाट खोले गए।

अक्षय तृतीया के अवसर यमुनोत्री धाम के कपाट शुक्रवार को खोल दिए गए। अभिजीत मुहुर्त 12 बजकर 15 मिनट पर धाम के कपाट खोले गए। शुक्रवार सुबह श्री यमुनोत्री चलविग्रह डोली ने शीतकालीन गद्दीस्थल खरशाली (खुशीमठ) से प्रस्थान किया।उनको विदा करने छोटे भाई शनिदेव महाराज यमुनोत्री धाम पहुंचे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने देश-विदेश के श्रद्धालुओं को यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने पर बधाई दी है। उन्होंने कहा ”कोरोना महामारी को देखते हुए लोग अपने घरों में रहकर पूजा-अर्चना करें।”
कोरोना नियमों का पालन करते हुए शुक्रवार को केवल चुनिंदा तीर्थ पुरोहितो और जिला प्रशासन की मौजूदगी में ही कपाट खुले। इस अवसर पर सचिव सुरेश उनियाल, पवन उनियाल,कृतेश्वर उनियाल, श्री यमुनोत्री मंदिर समिति अध्यक्ष एवं उपजिलाधिकारी बड़कोट चतरसिंह चौहान आदि मौजूद रहे। देवस्थानम बोर्ड की ओर से मां यमुना को भेंट समर्पित की गयी। उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा है कि कोरोना महामारी के कारण प्रदेश सरकार द्वारा चारधाम यात्रा पर रोक लगायी गयी है। स्थिति सामान्य होते ही चारधाम यात्रा शुरू हो सकेगी।
उन्होंने कहा कि जल्द स्थितिया सामान्य होंगी। चारों धामों के श्रद्धालुओं को वर्चुअल दर्शन हेतु देवस्थानम बोर्ड को कहा गया है। पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा ” चारधाम के श्रद्धालुओं वर्चुअल दर्शनों हेतु रूपरेखा तय की जा रही है। गढ़वाल आयुक्त एवं उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने कहा कि श्रद्धालुओं को वर्चुअल माध्यम से दर्शन हो इसके लिए वेबसाईट तथा अन्य माध्यमों को अपडेट किया जा रहा है। ”
उत्तरकाशी से उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के विशेष कार्याधिकारी प्रभारी अधिकारी राकेश सेमवाल ने बताया कि मां गंगा की चलविग्रह डोली शुक्रवार को शीतकालीन गद्दीस्थल मुखवा मुखीमठ से दोपहर गंगोत्री धाम को प्रस्थान हुई प्रवास हेतु भैरव घाटी पहुंचेगी। शनिवार सुबह गंगोत्री धाम पहुंचेगी। शनिवार 15 मई शनिवार प्रात 7 बजकर 31 मिनट पर श्री गंगोत्री धाम के कपाट खुलेंगे। देवस्थानम बोर्ड के कार्याधिकारी एनपी जमलोकी ने बताया कि ” श्री केदारनाथ भगवान की चलविग्रह पंचमुखी डोली आज रात्रिनिवास हेतु गौरीकुंड पहुंच गयी है। 
देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी सिह एवं उपजिलाधिकारी उखीमठ रविन्द्र वर्मा, डोली प्रभारी यदुवीर पुष्पवान भी डोली के साथ चल रहे है।” शनिवार को पंचमुखी डोली केदारनाथ धाम पहुंचेगी। सोमवार 17 मई को प्रात पांच बजे श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बैशाख शुक्ल षष्ठी 18 मई मंगलवार को पुष्य नक्षत्र प्रात 4 बजकर 15 मिनट पर खुल रहे हैं। 16 मई को रावल ईश्वरीप्रसाद नंबूदरी, आदिगुरु शंकराचार्य जी की गद्दी , एवं डिमरी पंचायत प्रतिनिधि गाडू घड़ा (तेलकलश) सहित श्री योगध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर पहुंचेगे। 17 शाम को श्री बदरीनाथ धाम पहुंचेगे।
देवस्थानम बोर्ड के डा. हरीश गौड़ ने बताया कि ” कपाट खुलने के कार्यक्रम सांकेतिक रूप से हो रहे है। वर्तमान में चारधाम यात्रा स्थगित है। सभी में कोरोना बचाव मानकों का पालन हो रहा है। मास्क लगाना, सोशियल डिस्टेंसिंग, सेनिटाईजिंग, थर्मलस्क्रीनिंग तथा कोरोना जांच को एसओपी के अनुसार अनिवार्य किया गया है। धामों में पूजापाठ से जुड़े लोगों को ही जाने की प्रशासन द्वारा अनुमति दी गयी है। बताया कि द्वितीय केदार मदमहेश्वर जी के कपाट 20 मई, तृतीय केदार तुंगनाथ जी के कपाट तथा, चतुर्थ केदार रूद्रनाथ जी के कपाट 17 मई को खुल रहे है। ”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

12 − ten =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।