केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने सोमवार को कहा कि राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को वापस बुलाने की मांग पर आगे बढ़ने की जरूरत नहीं है क्योंकि राज्य विधानसभा ने विपक्षी यूडीएफ के इस सिलसिले में लाए गए प्रस्ताव को टाल दिया।
विधानसभा ने कार्य मंत्रणा समिति के निर्णय को स्वीकार कर लिया कि विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथला के प्रस्ताव पर लाए गए नोटिस पर चर्चा नहीं होगी। इस प्रस्ताव में राष्ट्रपति से मांग की गई थी कि संशोधित नागरिकता कानून को लेकर राज्यपाल को वापस बुलाया जाए।
शुक्रवार को लिए गए बीएसी के निर्णय का समर्थन करते हुए विजयन ने कहा, ‘‘उन्हें (राज्यपाल) सिर्फ इसलिए वापस बुलाने की जरूरत नहीं है कि उनका विचार अलग है। हमने उनसे अपनी असहमति जाहिर कर दी है।’’ मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही विपक्ष पर भी आरोप लगाया कि उसने पूर्व में कई मौकों पर राज्यपाल की शक्तियों का दुरूपयोग करने का प्रयास किया। इस पर चेन्नीथला ने कहा कि मुख्यमंत्री और वाम मोर्चा के ‘‘दोहरे मापदंड ’’ बेनकाब हो गए हैं। बीएसी के फैसले पर बाद में मतविभाजन हुआ और इसके पक्ष में 74 और विपक्ष में 36 मत पड़े।