केरल राज्य में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने बुधवार को पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के ठिकानो पर छापेमारी कर चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। विभाग ने यह छापेमारी विदेशी फंडिंग से जुडें मामले में की है। एक उच्च पदस्थ सूत्र ने बताया कि, ईडी को पीएफआई द्वारा विदेशी मार्गों से कथित तौर पर प्राप्त धन के बारे में महत्वपूर्ण इनपुट प्राप्त हुए थे। उन्होंने बताया, केरल के कुछ लोग जो विदेश में रह रहे हैं, वे भी जांच के घेरे में हैं। एक सूत्र ने कहा, जो लोग हमारे रडार पर हैं, उन्हें भी तलब किया जाएगा।
अपडेट आने का बाद देंगे टिप्पणी : पीएफआई सदस्य
राज्य में हुई ईडी की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए, पीएफआई के मोहम्मद साकिब ने कहा कि, वे इस मामले पर टिप्पणी करने के लिए अपडेट का इंतजार कर रहे है। उन्होंने कहा कि, हम अपडेट का इंतजार कर रहे हैं, तस्वीर साफ होने के बाद टिप्पणी कर पाएंगे। पीएफआई के एक अन्य अधिकारी सलीम ने कहा कि, उन्हें चल रही चीजों के बारे में जानकारी नहीं है। जानकारी के मुताबिक, पीएफआई के चार सदस्य अतीक-उर-रहमान, सिद्दीकी, मसूद अहमद और आलम को हाल ही में पिछले साल पांच अक्टूबर को उत्तर प्रदेश पुलिस ने मथुरा से गिरफ्तार किया था।
हाथरस में भड़काना चाहते थे दंगे : यूपी पुलिस
अक्टूबर मे हुई गिरफ्तारी में यूपी पुलिस ने पीएफआई सदस्यों पर आरोपा लगाया था कि, हाथरस बलात्कार और हत्या मामले के बाद वे कथित तौर पर राज्य में दंगे भड़का रहे थे। उत्तर प्रदेश पुलिस ने दावा किया था कि, पूछताछ के दौरान चारों ने सरेंडर कर दिया था, और कबूल किया था कि कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया के महासचिव, जो कि पीएफआई की छात्र शाखा है, उसने उन्हें आर्थिक मदद की और कथित तौर पर राज्य में दंगा भड़काने में उनकी मदद की थी। आरोप है कि, रऊफ के विदेशी संबंध हैं जिसके जरिए दूसरे सदस्यों को पैसे भेजे जा रहे थे। ईडी ने उत्तर प्रदेश पुलिस मामले के आधार पर वर्तमान में मामला दर्ज किया था।