मसूरी : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने जौनपुर के बसाण गांव श्रीकोट में एक दलित की पिटाई के बाद मौत होने के मामले में प्रदेश सरकार पर जमकर आरोप लगाया वहीं कहा कि इस तरह की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। इसकी जितनी निंदा की जाय वह कम है। दलित की हत्या पर उनके गांव जाते समय मसूरी में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह घटना अति निंदनीय है अभी तक एसएसपी व जो सरकारी अमला वहां पर है उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से दलित युवक की पिटाई की गई और उसके बाद उसकी मौत हो गई यह अत्यधिक निंदनीय है। इससे उत्तराखंड का सामाजिक सौहार्द प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि वह उनके गांव जायेंगे व वहां उसके परिजनों से मिलेंगे। तथा घटना की पूरी जानकारी लेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में ढोल वादकों का बड़ा महत्व है तथा गांव व घर के हर छोटे बड़े शुभ कार्यों सहित देवताओं के अवतरित होने में उनकी अहम भूमिका रहती है। वह ग्रामीण समाज का अहम अंग है।
ऐसी घटना से सांप्रदायिक सौहार्द प्रभावित होता है। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड के इतिहास में यह नई तरह की घटना है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। उन्होंने कहा कि उस परिवार की सुरक्षा का दायित्व सरकार व समाज का है। पुलिस व प्रशासन को अपना कार्य निष्पक्ष करना चाहिए किसी दबाव में नही आना चाहिए। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि पहले तो इतनी बड़ी घटना घट गई और अभी तक मुख्यमंत्री वहां नहीं गये न पीड़ित परिवार से मिले। उन्होंने कहा कि वे उक्त परिवार से मिलने के बाद अगर मुख्यमंत्री ने समय दिया तो उनसे मिलेंगे।