मध्यप्रदेश के दमोह जिले से बड़े पैमाने पर धर्मांतरण का खुलासा हुआ है। जिले में एक मिशनरी के छात्रावासों में अनियमितताएं मिलने के बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के प्रतिनिधियों ने 10 लोगों के खिलाफ कथित तौर पर धर्मांतरण का मामला दर्ज कराया है।
एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो व सदस्य ओंकार सिंह ने स्थानीय ईसाई मिशनरी द्वारा संचालित छात्रावासों का कल निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कथित तौर पर धर्मांतरण का मामला सामने आने पर आयोग के अध्यक्ष द्वारा दमोह देहात थाना में 10 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कराया है।
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अध्यक्ष कानूनगो ने तीन छात्रावासों का निरीक्षण किया, जिसमें अनेक प्रकार की कमियों के चलते पूछताछ की। आरोप है कि इसी दौरान बालग्रह के निरीक्षण के दौरान वहां के स्टाफ ने मेन गेट का ताला लगा दिया। इसके बाद भी टीम अंदर पहुंची और जांच के दौरान टीम को यहां कथित तौर पर धर्मांतरण का संदेह हुआ।
राज्य के डिंडोरी जिले के कुछ आदिवासी किशोरों को लेकर भी आयोग की टीम को संदेह हुआ, जिसके बाद प्रथम दृष्टया इसे अपराध मानते हुए इस मामले में पुलिस प्रकरण दर्ज कराया गया है। अध्यक्ष कानूनगो ने बताया कि उन्होंने निरीक्षण के बाद धर्मांतरण संबंधित संदेह होने पर दमोह देहात थाने में 10 लोगों के विरुद्ध मध्यप्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम की धारा तीन और पांच भारतीय दंड संहिता की धारा 370 एवं जेजे एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया है।