मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान की सर्कार लगातार कर्ज में दबती जा रही है। पहले से 3 लाख करोड़ रुपये के कर्ज में दबी शिवराज सिंह सरकार ने एक बार फिर कर्जा ले लिया है। इस बार सरकार ने बैंक से 2 करोड़ रुपये का लोन लिए है।सरकार ने 2 हजार करोड़ रुपये का लोन लिया है। पिछले 13 दिनों में यह तीसरी बार है जब सरकार ले रही है।
राज्य के कुल बजट से ज्यादा ने कर्जा ले रखा
आपको बता दे कि मध्य प्रदेश में सरकार काफी समय से आर्थिक संकट से जूझ रही है। राज्य सरकर पर 3लाख 29 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज है।हालांकि प्रदेश सरकार का कुल वार्षिक बजट भी इतना नहीं है। इसका मतलब यह निकलता है कि अब अन्य राज्य के कुल बजट से ज्यादा ने कर्जा ले रखा है।भरी-भरकम कर्ज के चलते सूबे की शिवराज सरकार को हर साल बड़ी रकम ब्याज के तौर पर चुकाना पड़ रहा है।
आर्थिक स्थिति पर सरकार श्वेत पत्र जारी करे
सरकार के पास 40 हजार करोड़ रुपये से अधिक का ऋण लेने की पात्रता है, लेकन अभी तक सरकार ने 8 हजार करोड़ का ही ऋण लिया है।विपक्ष भी लगातार मांग कर रही है कि इस आर्थिक स्थिति पर सरकार श्वेत पत्र जारी करे, ताकि वित्तीय प्रबंधन की स्थिति स्पष्ट हो सके।जिसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को कई पत्र लिख चुके हैं।