देश में भयावह रुप से कोरोना वायरस महामारी की वेव जारी है। ऐसे माहौल में स्कूली छात्रों की परीक्षा कराने के फैसले को सरकार ने रद्द कर दिया। इसके बाद वैकल्पिप तौर पर मूल्यांकन करके छात्रों का परिणाम तैयार किया गया। आज मंगलवार को देश का सबसे बड़ा शिक्षा बोर्ड केंद्रीय शिक्षा माध्यमिक बोर्ड (सीबीएसई) ने दसवीं बोर्ड का परीक्षा परिणाम घोषित किया।
तो वहीं, उधर, महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने मंगवलवार को 12 वीं कक्षा का परिणाम घोषित किया जिसमें 99.63 फीसदी छात्र उत्तीर्ण हुये हैं। महाराष्ट्र प्रदेश माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (एमएसबीएसएचएसई) के अध्यक्ष दिनकर पाटिल ने बताया कि उच्चतर माध्यमिक स्कूल प्रमाण पत्र (एचएससी) के लिये इस साल कोविड महामारी के आलोक में परीक्षायें आयोजित नहीं की गयी थी और छात्रों के आंतरिक प्रदर्शन के आधार पर मूल्यांकन किया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘इस वर्ष के परिणाम के लिये मूल्यांकन आंतरिक आकलन अंकों के आधार पर किया गया था, जो स्कूलों ने बोर्ड को भेजे थे। बोर्ड को 13,19,754 नए छात्रों के आंतरिक मूल्यांकन अंक प्राप्त हुए, जिनमें से 13,14,965 उत्तीर्ण हुए हैं। पाटिल ने बताया कि इस साल 99.63 प्रतिशत छात्र पास हुये हैं जो पिछले साल की तुलना में 8.97 फीसद अधिक है। उन्होंने बताया कि 66,871 छात्रों ने 12 वीं की परीक्षा दोबारा दी थी, जिसमें से 63,063 छात्र अथवा 94.31 फीसदी उत्तीर्ण हुये हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘इस वर्ष के परिणाम के लिये मूल्यांकन आंतरिक आकलन अंकों के आधार पर किया गया था, जो स्कूलों ने बोर्ड को भेजे थे। बोर्ड को 13,19,754 नए छात्रों के आंतरिक मूल्यांकन अंक प्राप्त हुए, जिनमें से 13,14,965 उत्तीर्ण हुए हैं। पाटिल ने बताया कि इस साल 99.63 प्रतिशत छात्र पास हुये हैं जो पिछले साल की तुलना में 8.97 फीसद अधिक है। उन्होंने बताया कि 66,871 छात्रों ने 12 वीं की परीक्षा दोबारा दी थी, जिसमें से 63,063 छात्र अथवा 94.31 फीसदी उत्तीर्ण हुये हैं।