महाराष्ट्र में कोरोना वायरस का प्रोकप जारी है। देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 16,758 तक पहुंच गया है। इस बीच, राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोरोना संकट पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए विपक्षी दलों के साथ बैठक कर चर्चा की। मुख्यमंत्री के कार्यालय में एक अधिकारी ने बताया कि कुछ नेता यहां मंत्रालय (राज्य सचिवालय) में एकत्रित हुये जबकि मुख्यमंत्री ठाकरे समेत अन्य नेताओं ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस बैठक में हिस्सा लिया।
उपमुख्यमंत्री अजित पवार, राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट और पीडब्ल्यूडी मंत्री अशोक चह्वाण ने भी इस बैठक में सरकार की तरफ से हिस्सा लिया। विपक्ष की ओर से भाजपा के देवेंद्र फडणवीस एवं प्रवीण दारेकर, मनसे प्रमुख राज ठाकरे, वीबीए नेता प्रकाश अम्बेडकर, पीआरपी नेता जोगेंद्र कावड़े सकमेत अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया। राज ठाकरे ने संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने लॉकडाउन को लागू करवाने में पुलिस की सहायता के लिय प्रदेश रिजर्व पुलिस के जवानों को तैनात किये जाने का सुझाव दिया।
उन्होंने कहा, ‘उन स्थानों पर और अधिक पुलिस बलों की जरूरत है जहां लोग प्रशासन को हल्के में लेते हैं। निषिद्ध क्षेत्रों में पुलिस बलों को बढ़ाया जाना चाहिए। मुस्लिम समुदाय के लेागों को रमजान अपने घरों में रह कर मनाने के लिये कहा जाना चाहिए।’ उन्हेांने कहा, ‘ई—लर्निंग हमेशा संभव नहीं होता है, न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में बलिक शहरों में भी। सरकार को लोगों से यह कहने की जरूरत है कि वह यह सुनिश्चित करेगी कि शैक्षिक वर्ष पूरा हो गया है।’
उन्होंने मांग की कि सरकार को लॉकडाउन से बाहर निकलने की योजना के बारे में लोगों को पहले बताना चाहिए। मनसे प्रमुख ने यह भी कहा कि अगर प्रवासी श्रमिक वापस नहीं लौटते हैं, नौकरियां स्थानीय लोगों को दी जानी चाहिए। उन्हेांने कहा कि लॉकडाउन वापस लिए जाने के बाद जो लोग राज्य में आना चाहते हैं उन्हें कोरोना वायरस की जांच के बाद ही आने की अनुमति दी जानी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य में निजी क्लिनिकों को खोला जाना चाहिए।