महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन का हिस्सा कांग्रेस ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को बुधवार को चिट्ठी लिखकर न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) लागू करने की मांग की है। पत्र में प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि पिछले दो वर्षों में कोरोना वायरस महामारी के कारण न्यूनतम साझा कार्यक्रम को ठीक से लागू नहीं किया जा सका है।
सीएमपी लागू करने के वादे के साथ काग्रेंस सरकार में शामिल हुई थी -नाना पटोले अध्यक्ष काग्रेंस महाराष्ट्र
उन्होंने कहा, “अब जबकि महामारी की तीव्रता कम हो गई है, तो न्यूनतम साझा कार्यक्रम लागू किया जाना चाहिए। दलितों, ओबीसी और अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए योजनाएं बनानी चाहिए और लागू की जानी चाहिए। एमवीए के तहत शिवसेना की अगुवाई में महाराष्ट्र सरकार गठित की गई थी जिसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(राकांपा) और कांग्रेस शामिल हैं। पटोले ने मुख्यमंत्री को याद दिलाया कि जब कांग्रेस एमवीए का हिस्सा बनने के लिए सहमत हुई थी तब यह तय किया गया था कि सरकार न्यूनतम साझा कार्यक्रम के आधार पर चलेगी। पटोले का पत्र एमवीए में बेचैनी का संकेत देता है।
काग्रेंस राष्ट्रीय स्तर ुपर भाजपा का विकल्प
पुणे में पत्रकारों से बात करते हुए पटोले ने कहा कि उन्होंने ठाकरे को न्यूनतम साझा कार्यक्रम के बारे में चिट्ठी लिखी है, क्योंकि महामारी अब खत्म हो गई है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) का नेतृत्व करना जारी रखेगी। राकांपा की युवा इकाई की ओर से प्रस्ताव पारित कर पार्टी प्रमुख शरद पवार को संप्रग का अध्यक्ष बनाए जाने की मांग के संबंध में पूछे गए सवाल पर पटोले ने कहा कि राकांपा कार्यकर्ता ऐसे प्रस्ताव पारित करने के लिए स्वतंत्र हैं। उन्होंने कहा, “ कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा का विकल्प है और सिर्फ कांग्रेस ही संप्रग की अगुवाई करेगी।”