महाराष्ट्र में ड्रग्स मामलों की जांच कर रहे एनसीबी के चर्चित अधिकारी समीर वानखेड़े के खिलाफ ठाणे जिले की पुलिस ने कोपरी पुलिस स्टेशन में कथित तौर पर झूठी सूचना देकर अपने बार के लिए शराब का लाइसेंस हासिल करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है। समीर वानखेड़े के खिलाफ शनिवार को रात करीब आठ बजे प्राथमिकी दर्ज की गई।
वर्ष 1997 में लिया था लाइसेंस
वानखेड़े सद्गुरु फैमिली रेस्तरां और बार के मालिक हैं, जो वासी में स्थित है। उन्होंने 29 अक्टूबर, 1997 को एक बार में शराब परोसने का लाइसेंस प्राप्त किया गया था। वानखेड़े ने कथित तौर पर अपनी जन्म तिथि के बारे में फर्जी जानकारी प्रस्तुत की थी। उस समय जब शराब का लाइसेंस मिला था तब वानखेड़े की उम्र 17 साल ग्यारह महीने थी जबकि शराब का लाइसेंस लेने के लिए उम्र अधिक होनी चाहिए। नवंबर में, राकांपा नेता और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर आरोप लगाए थे।
झूठी जानकारी देकर शराब परोसने का लाइसेंस लिया था : नवाब मालिक
नवाब मालिक ने एनसीबी अधिकारी के बारे में कहा था कि, समीर नवी मुंबई के वासी इलाके में एक रेस्टोरेंट और बार चलाते है, उन्होंने झूठी जानकारी देकर शराब परोसने का लाइसेंस लिया था। इससे पहले राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने कहा था कि नवाब मलिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए। आयोग ने कहा था कि वानखेड़े को परेशान किया जा रहा है। अब मामला और बढ़ गया है क्योंकि वानखेड़े पर ठाणे पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। वानखेड़े फिलहाल डीआरआई में तैनात हैं।