महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लग सकता है। वयोवृद्ध नेता अशोक चव्हाण गुरुवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के ओएसडी आशीष कुलकर्णी के वर्ली स्थित घर गणेश दर्शन के लिए पहुंचे थे। यहां उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी मुलाकात की। संभावना है कि वह कभी भी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। हाल के दिनों में भगवा खेमे के पदाधिकारियों से उनकी नजदीकियां देखने को मिली हैं। इसके अलावा वह कांग्रेस के बागी गुट जी-23 के भी सदस्य हैं। उन्होंने गुलाम नबी आजाद से भी मुलाकात की थी, जिन्होंने हाल ही में कांग्रेस से इस्तीफा दिया था।
आशीष कुलकर्णी ने महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन से पहले हुए राज्यसभा और एमएलसी चुनावों में रणनीतिकार के तौर पर अहम भूमिका निभाई थी। कुलकर्णी ने शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी दोनों के साथ कुछ समय के लिए काम किया है। उन्होंने महाराष्ट्र बीजेपी के उपाध्यक्ष रहने से पहले शिवसेना और कांग्रेस के साथ भी मिलकर काम किया था।
अशोक चव्हाण ने अफवाहों को किया खारिज
हालांकि अशोक चव्हाण का कहना है कि वह जल्द ही दिल्ली में भारत जोड़ी कांग्रेस की रैली में शामिल होंगे। उन्होंने बीजेपी में शामिल होने की सभी अटकलों को सिरे से खारिज किया है। न्यूज चैनल एबीपी से बात करते हुए चव्हाण ने कहा, ”जब देवेंद्र फडणवीस पहुंचे तो मैं भी गणेश दर्शन के लिए आशीष कुलकर्णी के घर पहुंचा। कई मेहमानों की मौजूदगी में हमारी सौहार्दपूर्ण मुलाकात हुई। इस तरह के निष्कर्ष निकालना गलत है।”
राज्यसभा और एमएलसी चुनाव में क्रॉस वोटिंग का आरोप
आपको बता दें कि अशोक चव्हाण के भाजपा नेताओं के करीब होने की खबर तब सामने आई जब उन्होंने उद्धव ठाकरे की शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन सरकार के फ्लोर टेस्ट में कांग्रेस के नौ अन्य विधायकों के साथ विधानसभा में भाग लिया। चव्हाण पर पृथ्वीराज चव्हाण और चंद्रकांत हांडोर जैसे कांग्रेस नेताओं ने एमएलसी चुनावों के दौरान कांग्रेस के कुछ विधायकों के साथ क्रॉस वोटिंग करने का आरोप लगाया था।
कौन हैं अशोक चव्हाण?
अशोक चव्हाण महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के सबसे शक्तिशाली परिवारों में से एक हैं। वह पूर्व मुख्यमंत्री शंकरराव चव्हाण के पुत्र हैं। अशोक चव्हाण ने 2008 से 2010 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में भी कार्य किया। आदर्श हाउसिंग सोसाइटी घोटाले में उनका नाम सामने आने के बाद पार्टी आलाकमान ने उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा था।