पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को केंद्र सरकार से स्थिति अनुकूल होने तक अखिल भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (जेईई)-मेन और राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (नीट 2020 परीक्षा) को स्थगित करने की अपील की।
In our last video conference with the Hon’ble PM Shri @narendramodi Ji, I had been vocal against the UGC guidelines mandating completion of terminal examinations in Universities/Colleges by the end of September 2020, which had a huge potential to put student lives at risk. (1/2)
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) August 24, 2020
बनर्जी ने ट्विटर पर कहा, “हमारी इससे पहले माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत हुई थी, मैं सितंबर 2020 के अंत तक विश्वविद्यालयों / कॉलेजों में टर्मिनल परीक्षा को पूरा करने के लिए यूजीसी के दिशानिर्देशों के खिलाफ थी, जिसमें छात्र जीवन खतरे में पड़ सकता है।”
मुख्यमंत्री ने अपनी बात को फिर से दोहराते हुए कहा “अब शिक्षा मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार नीट, जेईई 2020 की परीक्षा को सितंबर में कराने की बात सामने आयी है। मैं फिर से केंद्र से अपील करूंगी कि जब तक फिर से परीक्षा के लिए स्थिति अनुकूल नहीं हो जाती इसके खतरे को भांपते हुए परीक्षाओं को स्थगित करें।” उन्होंने कहा कि यह हमारा कर्तव्य बनता है कि अपने सभी छात्रों का जीवन सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
इससे पहले केन्द्रीय शिक्षा मंत्री ने जेईई-मेन और नीट की परीक्षा को स्थगित नहीं करने का निर्णय लिया था। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने अपने एक बयान में परीक्षा कराने की बात कही थी “…पूरे एहतियात के साथ परीक्षा आयोजित की जार रही हैं और परीक्षा स्थगित नहीं की जा रही हैं।”
जेईई-मेन अपने निर्धारित तिथि एक से छह सितंबर को आयोजित की जाएंगी जबकि नीट की 13 सितंबर को परीक्षा होगी। देश में कोविड-19 मामलों की बढ़ती संख्या के कारण छात्रों ने परीक्षा को देर से कराने की मांग की थी। जिसे दो बार पहले ही स्थगित किया गया है। एनटीए ने अपने बयान में उच्चतम न्यायालय के फैसले को उद्धृत किया है जिसमें जेईई-मेन और नीट परीक्षा स्थगित करने की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया गया और परीक्षा कराने का फैसला लिया गया था।