पुलवामा आतंकवादी हमले को लेकर शिवसेना की एक पार्षद ने देश के अन्य राज्य के लोगों से जम्मू-कश्मीर में पर्यटन का दो साल के लिए बहिष्कार करने की मांग की। इस आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों की जान चली गई थी। शिवसेना पार्षद एवं प्रवक्ता मनीषा कायंदे ने कहा कि जम्मू-कश्मीर, “जहां युवा, महिला एवं बच्चे सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी करते हैं” वहां पर्यटन को बहिष्कृत करने से राज्य को आर्थिक नुकसान होगा।
मनीषा कायंदे ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा, “इस वक्त जरूरत है कि भारतीय जवानों को निशाना बनाकर राज्य में तनाव पैदा करने की मानसिकता से निपटा जाए।” इस बात पर गौर करते हुए कि जम्मू-कश्मीर एक खूबसूरत राज्य है जो विश्व भर से लोगों को आकर्षित करता है। कायंदे ने कहा, “पर्यटन स्थानीय लोगों को फायदा पहुंचाता है।
अगर इस कमाए गए लाभ का इस्तेमाल देश एवं सुरक्षा बलों के खिलाफ किया जा रहा है तो भारतीयों को अगले दो साल के लिए राज्य में पर्यटन का बहिष्कार करना चाहिए।” साथ ही शिवसेना नेता मनीषा कायंदे ने चीनी सामानों के भी बहिष्कार की यह कहते हुए मांग की कि वह पाकिस्तान का समर्थक है जो भारत में तनाव पैदा करने के लिए जिम्मेदार है।