Meghalaya: सीएम कोनराड संगमा की पहल- जीआईएस और यूएवी केंद्र का किया उद्घाटन - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

Meghalaya: सीएम कोनराड संगमा की पहल- जीआईएस और यूएवी केंद्र का किया उद्घाटन

मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने यहां राज्य सचिवालय में एक भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) और मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) केंद्र का उद्घाटन किया।

मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने यहां राज्य सचिवालय में एक भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) और मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) केंद्र का उद्घाटन किया।
सीएम संगमा का बड़ा बयान, कहा, कोरोना से प्रभावित हुआ मेघालय का राजस्व सृजन  - Meghalaya revenue generation affected by COVID-19 says CM Conrad |  Dailynews
मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को केंद्र का उद्घाटन करने के बाद कहा कि जीआईएस और यूएवी केंद्र कई क्षेत्रों में राज्य की विकास योजना को बढ़ाने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में कई पायलट परियोजनाएं पहले ही शुरू की गई हैं, जो इस तकनीक की व्यापक क्षमताओं को दिखाती हैं। विश्व बैंक द्वारा वित्तपोषित और जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जेआईसीए) समर्थित सभी बाहरी सहायता प्राप्त परियोजनाएं बड़े पैमाने पर जीआईसी का इस्तेमाल करती हैं।
मेघालय के सीएम कोनराड संगमा पहले ही विधानसभा अध्यक्ष मेतबाह लिंगदोह |  Meghalaya CM Conrad Sangma already Speaker Metbah Lyngdoh
संगमा ने कहा कि ड्रोन या मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) का इस्तेमाल उच्च रिज़ॉल्यूशन पर 150 से अधिक स्थानों का नक्शा तैयार करने के लिए किया गया, जो कि उपग्रह के जरिए संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि यूएवी का इस्तेमाल दूरदराज के इलाकों में चिकित्सकीय सहायता पहुंचाने और बेहद कम लागत दर पर बीज बोने के लिए किया गया, जहां आमतौर पर बीज बोने में काफी परेशानी होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इनका कई अन्य क्षेत्रों जैसे यातायात प्रबंधन, कानून-व्यवस्था कायम रखने, महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे, जल निकायों, जंगलों आदि के नक्शे तैयार करने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी की विश्लेषणात्मक क्षमता से कोई भी योजना तैयार करने में काफी मदद मिलेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

4 × 1 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।