मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेता सज्जन सिंह वर्मा ने भारत-पाकिस्तान विभाजन पर विवादित बयान दिया। उन्होंने 1947 में आजादी मिलने के बाद हुए देश को बंटवारे को लेकर कहा है कि जिन्ना और नेहरू ने भारत का बंटवारा कर पूरे देश का भला किया है। वर्मा के इस बयान को लेकर मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विश्वास सारंग ने प्रतिक्रिया दी है।
सज्जन सिंह वर्मा के बयान पर विश्वास सारंग ने कहा कि इसका मतलब कांग्रेस ने स्वीकार कर लिया है कि हिंदुस्तान के विभाजन के दोषी नेहरू और जिन्ना थे। हम तो कहते आए हैं कि नेहरू और जिन्ना ने अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए देश के दो टुकड़े करवा दिए।
उन्होंने कहा कि जिन्ना राष्ट्रपति और नेहरू प्रधानमंत्री बनना चाहते थे इसलिए उन्होंने धर्म के आधार पर देश का बंटवारा किया। अब सवाल ये है कि कांग्रेस का नेतृत्व चुप क्यों है? वो इस बात का खंडन करें नहीं तो ये बात स्वीकार हो जाएगी कि नेहरू ही देश के बंटवारे के दोषी थे।
क्या बोले सज्जन सिंह वर्मा?
दरअसल, आगर के मालवा में बोलते हुए सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि नेहरू और जिन्ना ने देश को दो भागों में विभाजित करके अक्लमंदी का काम किया है। जिन्ना स्वतंत्रता सेनानी थे। इस बात को ध्यान में रखना चाहिए और उन्होंने देश को तोडा नहीं है बल्कि भला किया है।
उन्होंने आगे कहा कि क्या जिन्ना स्वतंत्रता सेनानी नहीं थे? क्या मुसलमान होने की वजह से स्वतंत्रता सेनानी होने की परिभाषा बदल जाती है? यही सीखा रही है बीजेपी? देश को नेहरू और जिन्ना का धन्यवाद करना चाहिए कि उन्होंने देश का बंटवारा कर भला किया है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि पीएम मोदी ने अपने 26 जनवरी के भाषण में कहा कि 1947 में देश को विभाजित करने के लिए जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना जिम्मेदार हैं। आगे जिन्ना-नेहरू ने देश के टुकड़े नहीं किए होते तो मोदी और मोहन भगवत को देश में खड़े होने की जगह है मिलती।