कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी एवं सांसद पी.एस.पुनिया ने विपक्षी दलों के संभावित गठबन्धन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चोरो की जमात कहे जाने पर कड़ टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्हे एहसास हो गया कि पैरों के नीचे से जमीन खिसक चुकी है। लोकसभा चुनावों की तैयारियो के सिलसिले में आज यहां पहुंचे श्री पुनिया ने पत्रकारों से कहा कि श्री मोदी को पद की गरिमा का ख्याल नही है, और विपक्षी दलों के संभावित गठबन्धन के लिए जिस तरह से वह चोरो की जमात जैसे शब्दों से इस्तेमाल कर रहे है, उससे साफ है कि उन्हे अपने पैरों के नीचे से जमीन खिसकने का एहसास हो गया है।
उन्होने कहा कि कोलकाता में 22 राजनीतिक दलों की कल हुई जिस रैली के बाद मोदी की बौखलाहट बढ़ है,उन्हे इस संभावित गठबन्धन पर सवाल उठाने की बजाय पहले अपनी ओर देखना चाहिए कि वह 42 दलों के गठबन्धन से सरकार चला रहे है। उन्होने कहा कि लोकसभा चुनाव नजदीक है और विपक्षी राजनीतिक दल अगर एकजुट होकर चुनाव लड़ना चाहते है,तो यह एक सामान्य राजनीतिक प्रक्रिया है,और उन्हे इसका पूरा हक है।
छत्तीसगढ़ में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति के बारे में पूछे जाने पर उन्होने कहा कि अध्यक्ष की नियुक्ति का विशेषाधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को है,इस बारे में उन्हे,किसी मंत्री या अन्य किसी को टिप्पणी करने का हक नही है।राष्ट्रीय अध्यक्ष जब उचित समझेंगे, प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति करेंगे। इसकी सभी को जानकारी मिल जायेगी। दरअसल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री का दायित्व संभालने के बाद से ही इस पद पर नियुक्ति को लेकर अटकलबाजी चल रही है।इस पद के दावेदार भी सक्रिय है।