मसूरी : उत्तराखंड सरकार की पहल पर आयोजित फिल्म काॅन्कलेव 2019 के मौके पर बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है और यहां की सांस्कृतिक विरासत को फिल्मों के माध्यम से पूरा देश व दुनिया जाने इसके लिए मुख्यमंत्री का प्रयास सराहनीय है। जिसमें पूरा सहयोग किया जायेगा।
लाइब्रेरी स्थित एक होटल में आयोजित फिल्म काॅन्कलेव में बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास स्मृति ईरानी ने कहा कि उत्तराखंड का प्राकृतिक सौंदर्य हर किसी को आकर्षित करता है इसलिए इस सम्मेलन का उददेश्य यहां की बोली भाषा, यहां की सांस्कृतिक विरासत को देश व दुनिया के हर घर में पहुंचे इसके लिए फिल्म मेकिंग व क्रियेटिव के साथ सोचना होगा और प्रदेश के मुख्यमंत्री इस दिशा में प्रयास कर रहे हैं जो सराहनीय है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमत्रीं के नेतृत्व में उत्तराखंड में फिल्म जगत के साथ साथ यहां की सांस्कृतिक विरासत तकनीकी के बदौलत देश विदेश में पहुंचे। इसके लिए वर्किंग ग्रुप बनाने का प्रयास किया जाना चाहिए ताकि यहां का युवा फिल्म मेकिंग के साथ ही क्रियेटिव करें।
इस मौके पर सिनेमा निर्माता तिग्मांशु धूलिया, भरत बाला, विशाल भारद्वाज, जैकी भगनानी, रूपा दुर्गापाल, विधायक गणेश जोशी, पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर, उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष जोत सिंह गुनसोला, पालिकाध्क्ष अनुज गुप्ता, पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल सहित कई सिनेमा जगत से जुड़ी हस्तियां मौजूद रही।
विशेषज्ञों के सुझावों पर अमल करेगी राज्य सरकार
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य में फिल्म, टीवी सीरियल आदि की शूटिंग को बढ़ावा देने के लिए सरकार फिल्मकारों व इस क्षेत्र के विशेषज्ञों के सुझावों को अमल में लाएगी। गत वर्ष इन्वेस्टर्स समिट के समय जो भी सुझाव मिले थे उन्हें समाहित करते हुए राज्य की फिल्म नीति बनाई गई। इसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिले हैं। बड़ी संख्या में यहां फिल्मों व टीवी सीरियलों की शूटिंग हुई है। दक्षिण भारत की भी बहुत सी नामी फिल्मी हस्तियां यहां आई हैं।
राज्य में है फिल्म शूटिंग के अनुकूल माहौल
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड को प्रकृति से सुन्दरता का वरदान प्राप्त है। यहां जैसी लोकेशन कहीं और शायद ही हो। हमारे यहां प्रभावी सिंगल विंडों सिस्टम लागू किया गया है जहां से औसतन 3-4 दिनों में सभी तरह की क्लियरेंस दे दी जाती हैं। यहां शूटिंग कर चुके फिल्मकार भी इस बात की प्रशंसा करते हैं कि उत्तराखण्ड में फिल्म शूटिंग के समय स्थानीय लोगों द्वारा किसी प्रकार का व्यवधान नहीं किया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में फिल्म निर्माण से संबंधित संस्थाएं स्थापित की जा सकती हैं। इसमें सहयोग देने के लिए राज्य सरकार तत्पर है।
डिजिटल क्रांति के लिए हो पुख्ता तैयारी
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कंटेंट क्रियेशन में बहुआयामी प्लेटफार्म को समझना होगा। फिल्म व टेलिविजन के साथ डिजिटल क्रांति के लिए भी तैयारियां पुख्ता होनी चाहिए। आने वाले समय में डिजिटल मीडिया सबसे सशक्त माध्यम बनने जा रहा है। स्थानीय भाषाओं में भी कंटेंट क्रियेशन पर फोकस करना होगा।
बडे़ निर्माताओं और स्थानीय कंटेंट क्रियेटर के बीच सेतु स्थापित किया जाए। प्रादेशिक भाषाओं में भी तकनीकी को मजबूत करना होगा। एकेडेमिक्स ऑफ फिल्म मेकिंग एंड प्रोडक्शन मैनेजमेंट स्किल्स पर भी ध्यान दिया जाए। हाईस्कूल से ही इसकी शिक्षा की व्यवस्था हो।