मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बयान दिया है कि, राज्य के बच्चों में ऑनलाइन खेलों की बढ़ती लत और आत्मघाती कदम उठाने की बढ़ती घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए प्रदेश सरकार मोबाइल फोन पर खेल संबंधी ऐप पर एक अधिनियम लाएगी। भोपाल में 11 वर्षीय लड़के द्वारा ऑनलाइन खेल फ्री फायर खेलते हुए कथित तौर पर आत्महत्या किए जाने का जिक्र करते हुए गुरुवार को पत्रकारों से मिश्रा ने यह बात कही। मप्र के गृहमंत्री ने कहा, फ्री फायर खेल जो दुखद घटना का कारण बना, वह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है। हम मध्य प्रदेश में ऑनलाइन खेलों पर लगाम लगाने के लिए एक कानून लेकर आ रहे हैं। इसके लिए मसौदा लगभग तैयार है। हम जल्द ही इसे मूर्त रुप देंगे।
भोपाल में बच्चे ने की फांसी लगाकर आत्महत्या
पुलिस के अनुसार राजधानी भोपाल के शंकराचार्य नगर में अपने घर की छत पर एक कमरे में चचेरे भाई के साथ फ्री फायर खेलते हुए बुधवार दोपहर को एक बच्चे ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि बच्चे का चचेरा भाई कमरे से बाहर निकला तो बच्चे ने कथित तौर पर कमरे में पंचिंग बैग को लगाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली रस्सी से खुद को फांसी लगा ली। लड़के के परिजन उसे अस्पताल ले गए जहां पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया। एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि लड़के की मौत दम घुटने से हुई है। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि लड़के ने इतना बड़ा कदम इसलिए उठाया क्योंकि वह ऑनलाइन गेम में भी शामिल था।
पुलिस कर रही है मामलें की जांच
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अंकित जायसवाल ने कहा कि लड़का ‘हाइपर एक्टिव’ था और ऑनलाइन खेलों का आदी था। बच्चे ने गेमिंग एप्लिकेशन के भुगतान के लिए कुछ दिन पहले घर से पैसे भी चुराए थे और इस पर उसके माता-पिता ने उसे डांटा भी था। जायसवाल ने कहा , बच्चे के इस आत्मघाती कदम उठाने के कारण की जांच की जा रही है।