कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली से सटे राज्यों की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है। सरकार और किसान नेताओं की कई दौर की वार्ता हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकला। इसको लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष, दोनों तरफ से बयान आ रहे हैं। इस बीच बुधवार को राजधानी भोपाल में मीडिया कर्मियों से बातचीत में मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि यह आंदोलन नहीं है। ये टुकड़े-टुकड़े गैंग का प्रयोग है।
उन्होंने कहा यह आंदोलन एक ऐसा प्रयोग है, जो एक बार सफल हो जाए तो लोग सीएए-एनआरसी, धारा 370 और राम मंदिर के खिलाफ भी विरोध प्रदर्शन शुरू कर देंगे। कोई भी यह नहीं समझा पा रहा है कि कृषि कानूनों में ऐसा काला क्या है, जो इन काले कानून में बता सके कि काला क्या है। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन सिर्फ मान्यताओं पर आधारित है।
गृह मंत्री हॉलीवुड ऐक्ट्रेस रिहाना के किसान आंदोलन पर ट्वीट से संबंधित सवाल का जवाब दे रहे थे। रिहाना ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा था कि किसान आंदोलन पर भी चर्चा होनी चाहिए। हालांकि, बुधवार सुबह भारत के विदेश मंत्रालय ने उनके ट्वीट का जवाब देते हुए बताया कि कृषि कानून देश की संसद ने बनाया है।