BREAKING NEWS

राजस्थान चुनाव से पहले CM गहलोत का बड़ा चुनावी दांव - कितना भी बिल क्यों न आए, पहले 100 यूनिट तक बिजली होगी फ्री◾दिल्ली हत्याकांड में नया खुलासा : हत्या से पहले साक्षी की सहेली के ब्वॉयफ्रेंड ने साहिल को उससे दूर रहने की दी थी चेतावनी !◾जमानत देते वक्त निचली अदालतें विदेशियों को डिटेंशन सेंटर में भेजने का निर्देश नहीं दे सकतीं : दिल्ली हाई कोर्ट◾वीरेंद्र सचदेवा बोले- दिल्ली में बहुत जल्द दिखेंगे ‘आई मिस यू अरविंद’ वाले पोस्टर ◾‘भ्रष्टाचार के मुद्दे पर किसी तरह का कोई समझौता नहीं’, हाईकमान से मिलने के बाद भी नहीं बदले पायलट के सुर◾Maharashtra: अहमदनगर का नाम होगा अब अहिल्यादेवी होल्कर नगर, CM शिंदे ने किया ऐलान◾पहलवानों के समर्थन में सड़क पर उतरीं ममता बनर्जी, हाथ में दिखा ‘वी वांट जस्टिस’ का पोस्टर◾प्रदर्शनकारी पहलवानों से अनुराग ठाकुर की अपील, कहा- जांच पूरी होने का इंतजार करें◾UP News: बाढ़ प्रबंधन पर CM योगी ने की समीक्षा बैठक, कहा- अलर्ट रहें अधिकारी ◾Gyanvapi Masjid Case: श्रृंगार गौरी की नियमित पूजा मामले में इलाहाबाद HC से मुस्लिम पक्ष को बड़ा झटका, याचिका खारिज◾ DU के सिलेबस में जोड़ा गया वीडी सावरकर का चैप्टर, विरोध हुआ शुरु◾पंजाब: CM मान का दावा- चन्नी के भतीजे ने क्रिकेटर से नौकरी के बदले 2 करोड़ रुपये मांगे◾Assam: आधी रात में टी-शर्ट पहनकर निरीक्षण करने निर्माण स्थल पर पहुंचे CM हिमंत बिस्वा सरमा◾पहलवानों के समर्थन में DYFI और SFI ने 4 जून से देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने का किया ऐलान◾30 किलो 900 ग्राम MDMA के साथ तीन विदेशी नागरिक गिरफ्तार, कपड़ा निर्यात की आड़ में विदेश तक भेजे जा रहे थे ड्रग्स◾मुख्तार अब्बास नकवी ने राहुल पर किया कटाक्ष, कहा- "PM मोदी ने सांप्रदायिक वोट की राजनीति खत्म की, कांग्रेस बौखलाई◾ पहलवानों के आरोपों पर WFI प्रमुख बृजभूषण सिंह बोले- "दोष साबित होने पर मैं फांसी लगा लूंगा"◾ बंगाल स्कूल भर्ती घोटाला में भद्र की गिरफ्तारी पर सियासी घमासान ◾PM मोदी ने जम्मू सड़क हादसे में मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की◾पहलवानों की लड़ाई अब खाप नेताओं के बीच की जंग बनती जा रही◾

नगालैंड गोलीबारी केस में सेना ने नगारिकों की नहीं की पहचान, शवों को ‘छिपाने’ का किया प्रयास

नगालैंड में मोन जिले में शनिवार को सुरक्षा बलों के एक उग्रवाद विरोधी अभियान के दौरान 14 नागरिकों के मारे गए। एक पिकअप ट्रक पर गोलीबारी करने से पहले सेना ने उसमें सवार लोगों की पहचान करने की कोई कोशिश नहीं की थी। राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) टी जॉन लोंगकुमेर और आयुक्त रोविलातुओ मोर की संयुक्त रिपोर्ट में यह बात कही गई है।

दोनों शीर्ष अधिकारियों ने चश्मदीदों के हवाले से कहा कि ग्रामीणों ने पाया कि सेना के विशेष बल छह लोगों के शव अपने आधार शिविर में ले जाने के इरादे से लपेटकर, एक पिकअप वैन में डालकर ‘‘छिपाने’’ की कोशिश कर रहे थे।राज्य सरकार को रविवार को सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘ चार दिसंबर को शाम चार बजकर 10 मिनट के आसपास, आठ ग्रामीण तिरु स्थित कोयले की एक खान से पिकअप ट्रक में घर लौट रहे थे, उन पर आचनक ही सुरक्षा बलों (कथित तौर पर, असम में स्थित 21 वीं पैरा स्पेशल फोर्स) ने घात लगाकर हमला किया और उनकी हत्या की। वस्तुत: उनकी पहचान करने की कोई कोशिश नहीं की गई थी।’’

छह लोगों की मौके पर ही हुई मौत 

अधिकारियों ने बताया कि सभी ग्रामीण निहत्थे थे और कोयले की खान में काम करते थे। उनमें से छह की मौत मौके पर ही हो गई थी और दो गंभीर रूप से घायल हो गए थे।अधिकारियों ने रिपोर्ट में बताया कि गोलियां की आवाज सुन कर ग्रामीण मौक पर पहुंचे। ‘‘घटनास्थाल पर पहुंचने पर, उन्होंने एक पिकअप ट्रक देखा और विशेष बल के कर्मी छह शवों को लपेटकर उन्हें ट्रक (टाटा मोबाइल) में चढ़ा रहे थे, वे जाहिरा तौर पर शवों को उनके आधार शिविर ले जाने के इरादे से ऐसा कर रहे थे।’’

गांववालों और सुरक्षा बलों के बीच हिंसक झड़प हुई 

रिपोर्ट में कहा गया कि शवों को तिरपाल में लिपटा देख गांववालों और सुरक्षा बलों के बीच हिंसक झड़प हो गई। गुस्साए लोगों ने सुरक्षा बलों के तीन वाहनों में आग लगा दी।उन्होंने कहा, ‘‘ हंगामे में, सुरक्षा बलों ने फिर गांववालों पर गोलियां चलाईं, जिससे सात और ग्रामीण मारे गए। चश्मदीदों ने पुष्टि की है कि विशेष बलों के जवानों ने घटनास्थल से असम की ओर भागते हुए अंधाधुंध गोलियां चलाईं और यहां तक कि रास्ते में कोयला खदान की झोपड़ियों पर भी उन्होंने गोलीबारी की।’’

 इस घटना को ‘‘गलत पहचान का मामला’’ बताया था

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को संसद में इस घटना को ‘‘गलत पहचान का मामला’’ बताया था। उन्होंने कहा था, ‘‘ भारत सरकार नगालैंड की घटना पर अत्यंत खेद प्रकट करती है और मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती है। नगालैंड में शनिवार को हुई गोलीबारी में 14 लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे। गौरतलब है कि सेना के जवानों ने शनिवार शाम को एक पिकअप वैन में घर लौट रहे कोयला खदान कर्मियों को कथित तौर पर प्रतिबंधित संगठन एनएससीएन (के) के युंग आंग गुट से संबंधित उग्रवादी समझ लिया था और गोलियां चला दी थी।

प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों को दी कड़ी नसीहत-बच्चों को बार-बार टोका जाए तो उन्हें भी अच्छा नहीं लगता ...