राकांपा ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कहा- शिवाजी के वंशज को दिया जमीन बेचने की अनुमति का प्रलोभन - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

राकांपा ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कहा- शिवाजी के वंशज को दिया जमीन बेचने की अनुमति का प्रलोभन

नरेंद्र मोदी सरकार राजघराने को यह वादा करके ‘प्रलोभन’ दे रही थी कि उन्हें अपनी पूर्ववर्ती रियासत की जमीन बेचने की इजाजत दी जाएगी।

छत्रपति शिवाजी के वंशज उदयनराजे भोसले द्वारा राकांपा छोड़कर भाजपा में शामिल होने पर शरद पवार की अगुवाई वाली पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि नरेंद्र मोदी सरकार राजघराने को यह वादा करके ‘प्रलोभन’ दे रही थी कि उन्हें अपनी पूर्ववर्ती रियासत की जमीन बेचने की इजाजत दी जाएगी। 
इससे पहले दिन में भोसले दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित कई वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो गए। इस मौके पर अमित शाह ने कहा कि यह भाजपा के लिए खुशी की बात है कि मराठा छत्रपति के वंशज पार्टी में शामिल हुए हैं और इस बात पर जोर दिया कि भोसले की उपस्थिति से आगामी विधानसभा चुनावों में मदद मिलेगी। 
भोसले सतारा से सांसद थे और भाजपा में शामिल होने के लिए उन्होंने अपनी लोकसभा की सदस्यता छोड़ दी। राकांपा के प्रवक्ता नवाब मलिक ने मुंबई में संवाददाताओं से कहा कि आगामी उपचुनाव में शरद पवार की पार्टी फिर से सतारा सीट पर जीत हासिल करेगी। मलिक ने आरोप लगाया, “हमारे पास सूचना है। मोदी साहब ने राजघराने को भाजपा में शामिल कराने के लिए कुछ लोगों को लगाया था।” 
उन्होंने कहा कि मौजूदा कानून के मुताबिक पूर्ववर्ती रियासतों की जमीन को बेचा नहीं जा सकता है। राकांपा नेता ने कहा, “भाजपा सरकार राजघरानों को ये लालच देकर अपनी पार्टी में शामिल कर रही है कि उन्हें उक्त जमीन बेचने की इजाजत दी जाएगी। हम ऐसे किसी निर्णय का विरोध करेंगे।” 
पूर्ववर्ती सतारा रजवाड़े की स्थापना अंग्रेजों ने 1818 में तीसरे आंग्ल-मराठा युद्ध के बाद की थी और 1849 में उत्तराधिकार कानून का इस्तेमाल करते हुए उसे हड़प लिया। इस रजवाड़े का शासन छत्रपति शिवाजी के वंशजों के पास था। सतारा लोकसभा क्षेत्र में छह विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से इस समय राकांपा के पास चार सीटें हैं, जबकि कांग्रेस और शिव सेना के पास एक-एक सीट है। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

3 × 4 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।