राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को पालघर लिंचिंग पर अपना बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पालघर में जो कुछ भी नहीं होना चाहिए था, वह दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए एक ही रात में घटना में शामिल 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया। वहीं घटना को लेकर आगे की जांच जारी है।
उन्होंने आगे कहा, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस घटना के बारे में और जो कुछ भी कर सकते हैं वह कर रहे हैं, लेकिन कुछ लोग अफवाहों के कारण घटना को लेकर राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। जो कि अच्छा नहीं है। पालघर में हुई दो साधुओं और उनके ड्राइवर की लिंचिंग मामले में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से सोमवार को फोन पर बात की।
बातचीत के बाद मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा, ये धर्म से जुड़ा मामला नहीं है, लेकिन जो भी सोशल मीडिया के जरिए मामले को भड़काने की कोशिश करेगा उसपर सख्त एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस पूरी घटना में कुछ भी सांप्रदायिक नहीं है।
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वहीं महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को इस मामले में गिरफ्तार किए गए ज्यादातर आरोपियों को बीजेपी का सदस्य बताया है। देश कांग्रेस कमेटी के महासचिव सचिन सावंत ने यह भी दावा किया कि बीजेपी इस मामले में ”सांप्रदायिक राजनीति” कर रही है ताकि राजनीतिक फायदा उठा सके।
उल्लेखनीय है कि पालघर की घटना 16 अप्रैल की रात हुई थी, जब भीड़ ने चोर होने के संदेह में दो साधुओं समेत तीन लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी। मृतकों में जूना अखाड़ा के दो संत भी शामिल हैं। खबरों के अनुसार कुछ नाबालिगों सहित 100 से अधिक लोगों को पुलिस ने घटना में शामिल होने के आरोप में हिरासत में लिया है।