मनोहर जोशी के शिवसेना और BJP के साथ आने वाले बयान को नीलम गोरे ने किया खारिज - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

मनोहर जोशी के शिवसेना और BJP के साथ आने वाले बयान को नीलम गोरे ने किया खारिज

वरिष्ठ नेता एवं महाराष्ट्र विधान परिषद की उपाध्यक्ष नीलम गोरे ने एक बयान में कहा कि जोशी की टिप्पणियों का कोई आधार नहीं है।

शिवसेना ने बुधवार को वरिष्ठ नेता मनोहर जोशी द्वारा दिए गए उस बयान को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि बीजेपी व शिवसेना जल्द दोबारा एकसाथ आ सकते हैं। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मनोहर जोशी ने मंगलवार को संभावना जताई थी कि शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) निकट भविष्य में फिर से एकसाथ आ सकते हैं। 
शिवसेना ने वरिष्ठ नेता जोशी के बयान को उनका निजी विचार बताया है। वरिष्ठ नेता एवं महाराष्ट्र विधान परिषद की उपाध्यक्ष नीलम गोरे ने एक बयान में कहा कि जोशी की टिप्पणियों का कोई आधार नहीं है। गोरे ने कहा, ‘यह पार्टी का आधिकारिक रुख नहीं है, यह केवल उनका निजी विचार हो सकता है।’ 
1576059407 joshi1शिवसेना और बीजेपी के निकट भविष्य में फिर से एकसाथ आने की बात कहने के अलावा जोशी ने कहा था कि पार्टी प्रमुख और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस मामले में उचित समय पर निर्णय लेंगे। जोशी ने कहा था, ‘छोटे मुद्दों पर लड़ने की जगह बेहतर है कि कुछ बातों को बर्दाश्त किया जाए। जिन मुद्दों को आप दृढ़ता के साथ महसूस करते हैं, उसे साझा करना अच्छा है। अगर दोनों दल साथ में काम करते हैं तो यह दोनों के लिए बेहतर होगा।’
शिवसेना के वरिष्ठ नेता जोशी की टिप्पणी के बाद राज्य में उनके सहयोगी दल कांग्रेस व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के मन में भी संदेह पैदा हो गया। गोरे ने यह स्पष्ट किया कि बीजेपी की अपने सहयोगियों को खत्म करने की रणनीति शिवसेना को स्वीकार्य नहीं है और वरिष्ठ नेताओं की उनकी पीढ़ी की भावनाएं समझ में आती है। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

12 + four =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।