अक्सर हमने बेटे की उम्मीद में बेटी पैदा होने पर उसकी हत्या की खबरें सुनी या पढ़ी होंगी, लेकिन बेटी की चाह रखने पर बेटा हुआ तो एक मां ने अपने नवजात की हत्या कर दी। सामान्यत: बेटी होने पर उसकी हत्या के मामले सामने आते है, पर ये हैरान करने वाला मामला मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के जुलवानिया थाना क्षेत्र में हुआ।
राजपुर के अनुविभागीय पुलिस अधिकारी पदम सिंह बघेल ने बताया कि जुलवानिया थाना क्षेत्र के ठानसांगवी गांव की 28 वर्षीय ललिताबाई को उसके नवजात बेटे की हत्या के आरोप में कल रात गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि ललिताबाई और उसके पति कालू के पहले से एक 4 वर्षीय तथा 2 वर्षीय बेटे हैं। उसे गर्भवती होने पर बेटी की इच्छा थी, लेकिन 1 हफ्ते पहले महिला ने फिर एक बेटे को जन्म दिया।
बेटा के पैदा होने से वह परेशान हो गई और घरवालों को यह कहने लगी कि वह बेटी की अपेक्षा कर रही थी और बेटे को नहीं चाहती है और नहर में फेंक देगी। परिजनों ने उसे बहुत समझाया लेकिन वह नहीं मानी और उसने अपने नवजात को दूध पिलाना भी नहीं आरंभ किया।
महाराष्ट्र के पुणे में कारीगर का काम करने वाले उसके पति कालू की समझाइश पर भी वह नहीं मानी। 15 मई को वह अपने बेटे को लेकर निकली और उसे घर से 1 किलोमीटर दूर खेत में बने कुएं में फेंक दिया। इसके बाद वह खुद भी उस में कूद गई।
घटना के चलते उसके नवजात शिशु की मृत्यु हो गई लेकिन पानी कम होने से वह ग्रामीणों द्वारा बचा ली गई थी। एसडीओपी बघेल ने बताया कि उसके शारीरिक परीक्षण में वह पूरी तरह दिमागी तौर पर स्वस्थ पाई गई और उसने जानबूझकर यह कृत्य किया है। इसलिए कल उसके विरुद्ध हत्या का प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।