मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित आवास पर एंटीलिया के बाहर विस्फटकों से भरी कार मिलने के मामले में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की जांच जारी है। एंटीलिया केस की जांच में एनआईए ने शुक्रवार देर रात घटना वाली जगह पर क्राइम सीन को रीक्रिएट किया। इस दौरान एनआईए की टीम निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे को भी अपने साथ ले गई थी, जहां पर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर क्राइम सीन रीक्रिएट किया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुंबई पुलिस के निलंबित अधिकारी सचिन वाझे को बड़ा सा कुर्ता पहनाकर उसी जगह पर ले जाया गया, जहां पर स्कॉर्पियो कार बरामद हुई थी। इस दौरान मुकेश अंबानी के घर के बाहर भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई थी। सचिन वाझे को उसी तरह का ओवर साइज्ड कुर्ता पहनाकर पैदल चलाया गया, जैसा कि वह सीसीटीवी फुटेज में पहने दिखे थे।
इससे पहले एनआईए ने कहा था कि सीसीटीवी फुटेज में सचिन वाझे को अपने सिर को बड़े रूमाल से ढंकते हुए देखा गया था, ताकि कोई उन्हें पहचान ना सके। सचिन वाझे ने पहचान छिपाने के लिए एक ओवर साइज़्ड कुर्ता-पायजामा (पजामा) पहना था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह पीपीई किट नहीं था, घटना को रिक्रिएट इसलिए किया गया ताकि उनके चाल-चलन और हाव-भाव से कोई सुराग मिल सके।
जांचकर्ताओं ने शुक्रवार को दावा किया कि सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि 17 फरवरी को निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे और मनसुख हिरेन के बीच मुलाकात हुई थी और इसी दिन कारोबारी हिरेन के पास से स्कॉर्पियो कार ‘चोरी’ हुई थी। हिरेन 5 मार्च को ठाणे में एक नहर के निकट मृत पाए गए थे। उनके परिवार ने उनकी मौत में वाझे की भूमिका होने का आरोप लगाया था। जिलेटिन की छड़ों से लदी स्कॉर्पियो कार 25 फरवरी को उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के निकट खड़ी मिली थी जिसकी जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) कर रही है।