विपक्षी दल नगा पीपल्स फ्रंट (एनपीएफ) ने अपने दो सांसदों के जी केन्ये और डॉ लोरहो फोजे को पार्टी के निर्णय के विरुद्ध संसद में नागरिकता (संशोधन) विधेयक (सीएबी) के पक्ष में वोट करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
पार्टी सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि एनपीएफ केंद्रीय कार्यालय ने अपनी अनुशासनात्मक कारवाई समिति के जरिये गुरुवार को दोनों सांसदों को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
नोटिस में सात दिन के भीतर जवाब देने को कहा गया है।
इसी बीच एनपीएफ के राज्यसभा सदस्य के जी केन्ये ने नोटिस मिलने पर शुक्रवार को कहा कि उन्होंने पार्टी के महासचिव पद से अपना इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने दावा किया कि संशोधित नागरिकता कानून इनर लाइन परमिट को मजबूत करता है इसलिए उन्होंने संसद में सीएबी का समर्थन किया।
यहां एक संवाददाता सम्मेलन में अपने निर्णय को सही ठहराते हुए केन्ये ने कहा कि नगालैंड और उसके लोगों के अधिकारों की रक्षा उनकी प्राथमिकता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कोहिमा पहुंचने पर उन्होंने पार्टी अध्यक्ष से भेंट करने की कोशिश की थी लेकिन उनके अनुरोध को सिरे से नकार दिया गया।