ओडिशा में विपक्षी दल कांग्रेस के विधायकों ने ओडिशा के गृह राज्य मंत्री डीएस मिश्रा को सदन में दाखिल होने से रोकने के लिए विधानसभा के एक द्वार पर बुधवार को धरना दिया। कांग्रेस विधायक, कालाहांडी की एक महिला शिक्षक के अपहरण और हत्या के मामले के मुख्य आरोपी के साथ कथित संबंधों के लिए मिश्रा को मंत्रिपरिषद से हटाने और उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
गृह राज्य मंत्री डीएस मिश्रा वापस जाओ
तारा प्रसाद बाहिनीपति के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक एक प्रवेश द्वार पर हाथों में तख्तियां लेकर बैठ गए और मंत्री को हटाए जाने तथा उनकी गिरफ्तारी की मांग करने लगे। तख्तियों पर लिखा था, ‘‘ गृह राज्य मंत्री डीएस मिश्रा वापस जाओ’’, ‘‘मुख्यमंत्री जवाब दें’’, ‘‘महिला शिक्षक को न्याय दें।’’ कांग्रेस विधायकों ने एक और द्वार भी बंद कर दिया था, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि मंत्री सदन में प्रवेश न कर पाएं। हालांकि, बाद में विधानसभा सचिवालय के कर्मचारियों ने ताला तोड़कर दरवाजा खोल दिया।
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जो ओडिशा के लोगों के लिए एक मंदिर है
बाहिनीपति ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ हम मंत्री के सदन में प्रवेश का विरोध करते हैं। हम दागी मंत्री को सदन की पवित्रता को दूषित करने की अनुमति नहीं देंगे, जो ओडिशा के लोगों के लिए एक मंदिर है।’’ पूर्व मंत्री सुरेश राउत्रे, एसएस सलूजा सहित पार्टी के कई वरिष्ठ सदस्य विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
पूरे घटनाक्रम के बाद, सदन की कार्यवाही शुरू हुई और दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन को शाम पांच बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। ओडिशा विधानसभा का शीतकालीन सत्र यहां कोविड-19 दिशानिर्देशों के पालन के साथ शुरू हुआ है और यह 31 दिसंबर तक चलेगा।