मध्य प्रदेश के सिवनी में बाघों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। गोंडा गांव में एक बाघ ने एक शख्स पर अचानक हमला बोल दिया। इस हमले में उसकी मौत हो गई। वहीं, बाघ ने अन्य दो लोगों को भी गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। बता दें कि यह गांव टाइगर रिजर्व क्षेत्र के पास पड़ता है। इस वजह से इस क्षेत्र में अक्सर बाघ दिखते रहते हैं।
वहीं, घटना के बाद से स्थानीय लोगों में वन विभाग को लेकर काफी नाराजगी देखने को मिल रही है। बताया जाता है कि मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम पहुंची थी, जिसे देख ग्रामीण भड़क गए और उनपर हमला बोल दिया। इस हमले में एक पशुओं के डॉक्टर भी जख्मी हो गए। घायल चिकित्सक का नाम अखिलेश मिश्रा है। इन्हें पास के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
प्रशासन की छह गाड़ियों को किया क्षतिग्रस्त
बताया जा रहा है कि नाराज लोगों ने प्रशासन की छह गाड़ियों को भी बुरी तरीके से क्षतिग्रस्त कर दिया। वाहनों के शीशे तोड़ दिए। ग्रामीणों के रौद्र रूप देख वन विभाग की टीम ने किसी तरीके से भाग कर अपनी जान बचाई। वन विभाग की टीम के एक सदस्य ने बताया कि हम ग्रामीण से बात कर रहे थे, लेकिन वह कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। बुजुर्ग की मौत पर वह बुरी तरह भड़के हुए थे।
शौच करने गए थे बुजुर्ग
पुलिस अधिकारी ने बताया कि उनकी टीम एक पुलिस बल गोंडा गांव में गई हुई थी। तभी ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कि जंगली जानवरों की निगरानी वन विभाग ठीक तरीके से नहीं कर रहा है, टीम पर हमला बोल दिया। ग्रामीणों ने इस दौरान प्रदर्शन भी किया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाघ के हमले में जिस व्यक्ति की मौत हुई है, उनका नाम चुन्नीलाल है और उनकी उम्र 55 साल है। बताया जाता है कि बुजुर्ग पास के खेत में शौच करने गए हुए थे। तभी बाघ ने पीछे से हमला बोल दिया। वह कुछ समझ पाते तबतक उनकी मौत हो चुकी थी। वहीं, बाघ के हमले में अन्य घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।