केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी गठबंधन यूडीएफ ने 2018 में कन्नूर जिले में युवा कांग्रेस कार्यकर्ता शुएब की हत्या का मुद्दा शुक्रवार को विधानसभा में उठाया और आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ वाम मोर्चा हत्याकांड के साजिशकर्ताओं को बचाने के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से मामले की जांच कराने का विरोध कर रहा है।
विपक्ष ने एक कार्यस्थगन नोटिस में आरोप लगाया कि कुछ अभियुक्त केरल में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के करीबी हैं और यही कारण है कि राज्य सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय तक उनके बचाव के लिए राजकोष से लाखों रुपये खर्च किए। विपक्षी गठबंधन ने कहा कि मामले में मुख्य आरोपी ने हाल में अपने फेसबुक पेज पर कहा था कि उसने अपनी पार्टी के लिए इस हत्याकांड को अंजाम दिया था, इसके बावजूद राज्य सरकार ने नए सिरे से जांच का आदेश क्यों नहीं दिया?
यूडीएफ के आरोपों का जवाब देते हुए केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने सदन में कहा कि केरल उच्च न्यायालय के एकल न्यायाधीश ने पीड़ित के माता-पिता की याचिका पर मामले की सीबीआई जांच की अनुमति दी थी। हालांकि निष्पक्ष और सही जांच करने वाली केरल पुलिस की छवि इस आदेश के कारण धूमिल हुई थी, लिहाजा खंडपीठ के समक्ष अपील दायर करने का फैसला लिया गया, जिसने एकल न्यायाधीश के आदेश पर रोक लगा दी और बाद में उसे रद्द कर दिया।