गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं। जिसमें बीजेपी ने एक बार फिर सरकार बना ली है। सत्ताईस साल बाद बीजेपी ने फिर इतिहास बना दिया है। बीजेपी गुजरात में 150 का आंकड़ा पार करके काफी आगे निकल गई। जबकि कांग्रेस ने 20 से भी कम सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं गुजरात में आम आदमी पार्टी ने जिस तरह से खुद को मुख्य विपक्षी पार्टी के रूप प्रोजेक्ट किया था। उसका भी जादू नहीं चला। आम आदमी पार्टी 5 सीटों पर सिमट गई हालांकि इन सबके बीच नतीजों में असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी की स्थिति बेहद खराब रही है।
AIMIM गुजरात में हुई फेल
गुजरात चुनाव में ओवैसी की पार्टी ने 13 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे । हालांकि गुजरात में ओवैसी की पार्टी का खाता नहीं खुला है। गुजरात में AIMIM की फजीहत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पार्टी को नोटा से भी कम वोट मिले हैं। AIMIM को गुजरात में 0.29 फीसदी वोट मिले हैं। वहीं, नोटा पर 1.58 फीसदी वोट पड़े हैं। इस बात को लेकर ओवैसी ने सफाई भी दी थी। बता दें कि AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुजरात में बड़े पैमाने पर चुनाव प्रचार किया था। असदुद्दीन ओवैसी ने गुजरात में खुद को मुस्लिम हितैषी बताते हुए वोट मांगे थे। उन्होंने स्लॉटर हाउस का मुद्दा खूब जोर-शोर से उठाया था। लेकिन इसका कोई खास असर नहीं दिखा। नतीजों ने साबित किया की फिलहाल गुजरात की जनता को असदुद्दीन ओवैसी को नकार दिया है।