तमिलनाडु विधानसभा के लिए छह अप्रैल को होने वाले चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों के बीच बयानबाजी और आरोपों का सिलसिला जारी है। इस बीच एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तमिलनाडु विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एआईएडीएमके अब जयललिता मैडम की पार्टी नहीं रही है, यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुलाम बन गई है।
ओवैसी ने कहा कि जयललिता ने अपनी पार्टी को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से हमेशा दूर रखा। दुर्भाग्य से एआईएडीएमके अब प्रधानमंत्री मोदी की गुलाम बन गई है। आवैसी ने इस दौरान द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के कांग्रेस के साथ गठबंधन पर सवाल उठाया। उन्होंने डीएमके से धर्मनिरपेक्षता की परिभाषा बताने को कहा।
ओवैसी ने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस ने शिवसेना के साथ गठबंधन किया है। और शिवसेना के नेता और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कहा कि उन्हें गर्व है कि शिवसेना ने अयोध्या में बाबारी मस्जिद के लिए त्याग किया। ओवैसी ने कहा कि “मैं पूछना चाहता हूं कि क्या डीएमके भी शिवसेना से सहमत है? मुझ पर और दिनाकरन साहब पर आरोप लगाया जाता है कि मैं भाजपा की बी टीम हूं, लेकिन शिवसेना को सत्ता में मदद करने वाली कांग्रेस खुद डीएमके के साथ बैठी है।”
बता दें कि अन्नाद्रमुक से निष्कासित नेता वी के शशिकला के भतीजे टी टी वी दिनाकरण के नेतृत्व वाले अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम (एएमएमके) ने शुक्रवार को अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए 130 उम्मीदवारों की तीसरी सूची शुक्रवार को जारी की। एएमएमके अब तक 195 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर चुकी है।
एएमएमके के सहयोगियों में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) और असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम शामिल हैं और उन्हें क्रमशः छह और तीन सीटें आवंटित की गई हैं। दिनाकरण ने शुक्रवार को 130 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों को जारी किया। पार्टी 65 नामों की घोषणा पहले ही कर चुकी है। पार्टी प्रमुख कोविलापट्टी से अन्नाद्रमुक के स्थानीय नेता और सूचना मंत्री कदम्बुर राजू के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। तमिलनाडु की सभी 234 विधानसभा सीटों के लिए छह अप्रैल को मतदान होगा।