प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुधवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में अलग-अलग पार्टी ने कोरोना वायरस को लेकर अपने-अपने सुझाव दिए। वीडियो लिंक के जरिए बैठक में शामिल हुई द्रमुक ने इस दौरान प्रधानमंत्री से संसद भवन की नई ईमारत पर ध्यान देने के बजाए कोरोना वायरस के खिलाफ लडाई पर ध्यान देने का आग्रह किया।
इसके साथ ही द्रमुक ने कहा कि कोरोना की समस्या से निपटने के लिए केंद्र सरकार द्वारा जारी किया फंड अपर्याप्त है। वीडियो कांफ्रेंस में द्रमुक का प्रतिनिधित्व करने वाले वरिष्ठ नेता टी आर बालू ने कहा कि उन्होंने गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले प्रत्येक परिवार के लिए केंद्र सरकार से दो किस्तों में दस हजार रुपये दिए जाने की मांग की है।
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इसके अलावा पार्टी ने सभी एलपीजी उपभोक्तओं के लिए पांच हजार रुपये की सब्सिडी की मांग की है। बालू ने संवाददाताओं को बताया कि बैठक में उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कि इस समय संसद की नई इमारत के निर्माण का विचार छोडें क्योंकि इस मौके पर यह अनावश्यक है। देश को कोविड 19 से लड़ने के लिए बडे पैमाने पर कोष की जरूरत है।
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि कोष (अगर कोई है, और नयी परियोजना के लिए आवंटित करने पर केंद्र विचार कर रहा है) का इस्तेमाल कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के इलाज, इसके रोकथाम और इस तरह की अन्य गतिविधियों पर किया जाना चाहिए। इसके अलावा बालू ने ईरान में फंसे तमिलनाडु के 300 मछुआरों का मसला उठाया और उन्हें वापस लाने के लिए उचित कदम उठाने की मांग की।
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री ने सभी मांगों को नोट कर लिया। द्रमुक नेता ने कोविड-19 महामारी को आपात स्वास्थ्य स्थिति करार दिया। बैठक में द्रमुक के अलावा कांग्रेस राकांपा , शिवसेना, तृणमूल कांग्रेस, बसपा,बीजद ,वाईएसआर ,सपा ,जदयू , लोजपा ,अकाली दल के अलावावा अन्य दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया।