प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय दौरे के लिए कर्नाटक पहुंच चुके हैं। कर्नाटक पहुंचते ही पीएम मोदी ने तुमकुर में श्री सिद्धगंगा मठ के दर्शन किए। साथ ही उन्होंने श्री सिद्धगंगा मठ म्यूजियम कि नींव रखी। मठ दर्शन के बाद उन्होंने यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, मैं भाग्यशाली हूं कि मैं इस पवित्र भूमि से साल 2020 की शुरुआत कर रहा हूं। मेरी कामना है कि श्री सिद्धगंगा मठ की यह पवित्र ऊर्जा हमारे देश के लोगों के जीवन को समृद्ध बनाए। भारत ने 21 वीं सदी के तीसरे दशक में नई ऊर्जा और नए जोश के साथ प्रवेश किया है। आपको याद होगा कि पिछले दशक की शुरुआत के समय देश में किस तरह का माहौल था। लेकिन यह तीसरा दशक उम्मीदों और आकांक्षाओं की मजबूत नींव के साथ शुरू हुआ है।
उन्होंने कहा, पाकिस्तान का गठन धर्म के आधार पर हुआ था, बंटवारे के समय से ही पाकिस्तान में दूसरे धर्म के लोगों के साथ अत्याचार शुरू हो गया था, समय के साथ पाकिस्तान में हिंदू-जैन-सिख-बौद्ध पर धर्म के आधार पर अत्याचार बढ़ता गया है। हजारों लोगों को वहां से अपना घर छोड़कर भारत आना पड़ा है। पाकिस्तान ने हिंदुओं पर जुल्म किया, लेकिन कांग्रेस पाकिस्तान के खिलाफ नहीं बोलते हैं।
पीएम मोदी ने कहा, अगर आपको नारे लगाने ही हैं तो पाकिस्तान में जिस तरह अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है, उसे जुड़े नारे लगाइए। अगर आपको जुलूस निकालना ही तो पाकिस्तान से आए हिंदू-दलित-पीड़ित-शोषितों के समर्थन में जुलूस निकालिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से भागने वाले हिंदुओं, ईसाइयों और सिखों को भारत ‘‘उनके भाग्य’’ पर नहीं छोड़ सकता। उन्होंने कहा कि उनकी रक्षा करना देश की जिम्मेदारी है।
पीएम मोदी ने कहा कि यह प्रयास विशेष तौर पर पाकिस्तान में दलितों और आदिवासियों की रक्षा करने का है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान समाप्त करना जम्मू कश्मीर में आतंकवाद और अनिश्चितता समाप्त करने की दिशा में एक कदम है।