मेघालय विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष मुकुल संगमा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उनसे, राज्य सरकार द्वारा ”अधिक कीमत” पर स्मार्ट मीटर खरीदे जाने के मामले की जांच केंद्रीय एजेंसी से कराने का अनुरोध किया है। तृणमूल कांग्रेस के नेता संगमा ने आरोप लगाया कि स्मार्ट मीटरों की खरीद के लिए मेघालय सरकार द्वारा दिए गए ठेके में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताएं हुईं।
भारत सरकार एजेंसी से मामले की जांच कराने का आदेश देगी
उन्होंने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में लिखा, ”श्रीमान, आप हमेशा से कहते रहे हैं कि नए भारत में भ्रष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं है। भारत को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने को लेकर आपकी प्रतिबद्धता से मुझे बहुत उम्मीदें हैं और आशा है कि भारत सरकार उपयुक्त एजेंसी से इस मामले की जांच कराने का आदेश देगी।”
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री संगमा ने कहा कि राज्य सरकार ने 1,80,000 स्मार्ट मीटर की आपूर्ति के लिए निविदाएं आमंत्रित की थीं। ठेके दो बोलीदाताओं ‘सतनाम ग्लोबल इंफ्राप्रोजेक्ट्स लिमिटेड’ और ‘जेपीएम इंडस्ट्रीज एंड इनहेमीटर कंपनी लिमिटेड’ के संयुक्त उद्यम को दिए गए थे।
खुले बाजार में उनकी कीमत के बीच 137.55 करोड़ रुपये की गड़बड़
उन्होंने कहा कि ‘सतनाम ग्लोबल इंफ्राप्रोजेक्ट्स लिमिटेड’ ने लिबर्टी 150 स्मार्ट मीटर जबकि दूसरी कंपनी ने इनहेमीटर डीडीजेड 1513 स्मार्ट मीटर लगाए। संगमा ने कहा, मेघालय सरकार द्वारा इन स्मार्ट मीटरों के लिए भुगतान की गई कीमत और खुले बाजार में उनकी कीमत के बीच 137.55 करोड़ रुपये की गड़बड़ हुई है।
संगमा ने इनहेमीटर कंपनी लिमिटेड को चीन की कंपनी बताते हुए कहा कि एक चीनी कंपनी को ठेका देना ‘मेक इन इंडिया’ के मूल विचार के अनुरूप नहीं है।