महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को कहा कि पुलिस शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत के इस दावे की जांच करेगी कि उनकी जान को खतरा है। शिंदे ने कहा, “हम यह भी पता लगाएंगे कि क्या यह (राउत का दावा) तथ्यों पर आधारित है या केवल एक स्टंट है।
राउत ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री के बेटे और कल्याण से सांसद श्रीकांत शिंदे ने उन्हें मारने के लिए भाड़े के हत्यारों को सुपारी दी है। राउत ने उप मुख्यमंत्री व गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर अपनी जान को खतरा होने का दावा किया है।
शिंदे ने पहली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की अध्यक्षता की
भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) द्वारा शिंदे गुट को मान्यता दिए जाने के पांच दिन बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ‘मुख्य नेता’ के रूप में नियुक्त किया गया है। शिंदे ने मंगलवार देर रात मुंबई में अपनी पार्टी की पहली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की अध्यक्षता की, इसके तुरंत बाद पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) के नेतृत्व वाले गुट ने सुप्रीम कोर्ट में ईसीआई के कदम को चुनौती दी, जिसकी सुनवाई बुधवार (22 फरवरी) को होनी है।
स्वामित्व ठाकरे परिवार के ट्रस्ट के पास
उद्योग मंत्री उदय सामंत ने बाद में मीडियाकर्मियों को बताया कि बैठक में, शिवसेना नेताओं, सांसदों, विधायकों और अन्य ने सर्वसम्मति से शिंदे को पार्टी की ओर से सभी निर्णय लेने का अधिकार दिया। नए ‘सेना-पति’ शिंदे ने भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी को सूचित किया कि वे दादर में प्रतिष्ठित शिवसेना भवन के लिए दावा नहीं करेंगे, जिससे ठाकरे पक्ष को कुछ राहत मिली। शिवसेना भवन छत्रपति शिवाजी महाराज पार्क के पास है, जहां 1966 में शिवसेना का जन्म हुआ था। भवन का निर्माण 1974 में किया गया और इसका स्वामित्व ठाकरे परिवार के ट्रस्ट के पास है।